जमशेदपुर: ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पति प्रिंस फिलिप का 99 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्होंने शुक्रवार की सुबह अंतिम सांस ली.
इसी साल 10 जून को प्रिंस फिलिप अपना 100वां जन्मदिन मनाते. उनका जन्म 10 जून 1921 को कोर्फू के ग्रीक द्वीप पर हुआ था.
प्रिंस फिलिप का जमशेदपुर से गहरा लगाव था. उन्होंने चार बार भारत का दौरा किया. पहली बार 1959 में जब प्रिंस फिलिप भारत पहुंचे तो वह कोलकाता, दुर्गापुर से होते हुए जमशेदपुर पहुंचे.
जमशेदपुर के लोगों ने प्रिंस फिलिप को सिर पर उठा लिया. फिलिप ने टाटा स्टील का दौरा किया. जमशेदपुर के लोगों से मिले प्यार से वह काफी अभिभूत थे.
तीन फरवरी 1959 को फिलिप ने टाटा मोटर्स व टाटा स्टील का दौरा किया. कोलकाता से जमशेदपुर पहुंचते ही सीधे टाटा मोटर्स प्लांट में पहुंचे.
प्रिंस फिलिप के साथ योजना आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष पीसी महालनोबिस भी उनके साथ थे. टाटा मोटर्स के प्रबंध निदेशक सुमंत मूलगांवकर ने दोनों की अगवानी की.
प्रिंस फिलिप ने जीप पर बैठ कंपनी का दौरा किया और कर्मचारियों से दिल खोलकर बातें भी की. टाटा मोटर्स के बाद सीधे वह इंडियन ट्यूब कंपनी (ट्यूब डिवीजन) की ओर रुख किया. यहां उन्होंने पाइप बनते देखा. इसके बाद टाटा स्टील गए.
टाटा स्टील के गेट पर ही उनकी एक झलक पाने को कर्मचारियों की लंबी कतार लगी थी. उस समय टाटा स्टील में दो मिलिनन टन का उत्पादन हुआ करता था और कंपनी में करीब 29 हजार कर्मचारी काम करते थे. वह टाटा स्टील का फर्नेस देख कई सवाल भी किए.
इस दौरान टाटा स्टील के तत्कालीन प्रबंध निदेश शावक नानवती उनके साथ थे. टाटा स्टील में प्रिंस फिलिप को उबलता हुआ लोहा का स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया.
कंपनी का दौरा खत्म करने के बाद वह सीधे जुबिली पार्क पहुंचे. उस समय वीअाइपी के लिए उतनी सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी. कंपनी से जुबिली पार्क तक सड़क के दोनों ओर खड़े लोग प्रिंस फिलिप की एक झलक पाने को बेकरार थे.
जुबिली पार्क का दृश्य देख वह अभिभूत हो गए. उन्होंने कहा था, ऐसा पार्क तो इंग्लैंड में भी नहीं है. जेआरडी टाटा की पत्नी ने क्वीन एलिजाबेथ, प्रिंस चाल्र्स व बेटी एने के लिए तोहफा दिया. वह पूरे दो दिन जमशेदपुर में थे. आज भी जमशेदपुर के बुजुर्ग प्रिंस फिलिप के दौरे कोे याद करते हैं.