नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना बेकाबू हो रहा है. संक्रमण तेजी से फैल रहा है. कोरोना की चौथी लहर बेहद खतरनाक हो गई है. दिल्ली सरकार ने लोगों से अपील की है कि अस्पताल में बेड की उपलब्धता की जानकारी के लिए कोरोना एप की मदद लें और बहुत जरूरी होने पर ही अस्पताल जाएं. होम आइसोलेशन में रह कर इलाज करें. ऐसा नहीं करेंगे तो गंभीर मरीजों के लिए बेड कम पड़ जाएंगे और मौत के आंकड़े बढ़ेंगे.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर लोगों का सहयोग मिलता रहा है और अस्पताल की व्यवस्था हमारे काबू में रही तो हमें दिल्ली में लॉकडाउन लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी लेकिन अगर अस्पतालों में बेड की कमी होने लगी और अस्पतालों में बेड नहीं मिलने लगे, तो कहीं ऐसा न हो कि दिल्ली में लॉकडाउन लगाना पड़े. हालांकि मुख्यमंत्री ने साफ किया कि वह लॉकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं हैं.
मुख्यमंत्री ने कोरोना के बढ़ते मामलों पर रविवार को डिजिटल प्रेसवार्ता की. उन्होंने बढ़ते मामलों पर गंभीर चिंता जताई. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तेजी से कोरोना फैल रहा है, अगर उससे ज्यादा तेजी से वैक्सीनेशन कर देते, तो हम कोरोना को काबू कर सकते थे.
उन्होंने कहा कि यह कितना विरोधाभास है कि वैक्सीन आने के बावजूद कोरोना तेजी से फैल रहा है. हमें कोरोना को हराने के लिए उससे ज्यादा गति से टीकाकरण करना चाहिए. उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि वैक्सीनेशन को लेकर सभी प्रतिबंध हटा देने चाहिए क्योंकि दिल्ली में 65 फीसद मरीज 45 साल से कम उम्र के आ रहे हैं.
दिल्ली सरकार घर-घर जाकर दो से तीन महीने के अंदर सभी को वैक्सीन लगाने को तैयार है. उन्होंने कहा कि यह बात पीएम से हुई बैठक में सभी मुख्यमंत्रियों ने भी कही है. मुख्यमंत्री ने सभी राजनीतिक दलों से अपील करते हुए कहा कि यह वक्त राजनीति करने का नहीं है, बल्कि मिलकर दिल्लीवासियों की सेवा करने का है.