दिल्ली: दिल्ली में तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली सरकार स्थिति को लेकर पूरी तरह सतर्क है और इससे निपटने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है.
उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा जरूरी है. सीबीएसई की परीक्षा के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सीबीएसई की परीक्षाओं में 6 लाख बच्चे बैठेंगे और 1 लाख टीचर रहेंगे.
अगर सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए तो परीक्षा केंद्र बड़े हॉटस्पॉट बन सकते हैं. मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि सीबीएसई की परीक्षाओं को रद्द किया जाए. इसके स्थान पर ऑनलाइन परीक्षा या इंटरनल असेसमेंट पर विचार किया जाए.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों को कई तरह की जिम्मेदारी के लिए घर से निकलना पड़ता है, लेकिन जब ज्यादा जरूरी हो, तभी बाहर निकलें. घर से निकलने पर सारे कोविड प्रोटोकॉल को फॉलो करें क्योंकि अपनी सुरक्षा अपने हाथ में हैं. केजरीवाल ने कहा कि यदि आप 45 साल से अधिक उम्र के हैं, तो तुरंत वैक्सीन लगवाएं. ये वैक्सीन सारे सरकारी अस्पतालों में फ्री में लगाई जा रही हैं.
केजरीवाल ने कहा कि हम लॉकडाउन नहीं लगाना चाहते, इसके लिए बड़ी प्लानिंग कर रहे हैं और बड़े बैंक्वेट हॉल और होटल को अटैच कर रहे हैं. कम बीमारी वाले मरीजों को बैंक्वेट होल में शिफ्ट करेंगे. किसी को ऑक्सीजन की जरूरत होगी, तो बैंक्वेट हॉल में भी इलाज हो सकता है. बेड की कैपेसिटी बढ़ा कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि सरकार ने कुछ सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को 100 प्रतिशत कोविड डेडिकेटिड अस्पताल के रूप में घोषित किया है. सभी से सहयोग की अपेक्षा है.
मैं उम्मीद करता हूं कि अस्पताल वाले भी इसमें मदद करेंगे. नॉन कोविड बीमारी और पहले से तय सर्जरी को डिले किया जाए- जैसे घुटना बदलवाना. इमरजेंसी के लिए पूरा इंतजाम है. अगर हमने अस्पतालों को मैनेज कर लिया, तो हम कोविड की इस वेब पर भी अच्छे से काबू पा लेंगे.