रांची: रांची के अस्पतालों से लगातार मिल रही अव्यवस्था की शिकायत पर हेल्थ मिनिस्टर बन्ना गुप्ता खुद मोर्चा संभाल लिए हैं. मंगलवार को वे औचक निरीक्षण पर सदर अस्पातल पहुंचे.
यहां उन्होंने PPE किट पहन कर कोविड वार्ड का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने वहां एडमिट मरीजों से बात भी की.
निरीक्षण के बाद उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से कहा कि सभी प्रकार की खामियों को तत्काल दूर किया जाए. मरीजों को हर हाल में सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए. इस दौरान उन्होंने मरीजों को भी आश्वासन दिया कि उनकी परेशानियों को तुरंत दूर किया जाएगा.
सदर अस्पताल के कोविड वार्ड में फिलहाल 250 से अधिक मरीज भर्ती हैं. ड्यूटी पर 36 स्टाफ हैं, वो भी शिफ्ट में. इसके कारण सभी मरीजों को डॉक्टर नियमित टाइम नहीं दे पा रहे हैं. मरीज ने बताया कि तीन दिन से भर्ती हूं, सिर्फ एक दिन डॉक्टर ने खुद आकर देखा है. बाकी समय हेल्थ वर्कर्स से पूछ-पूछ कर दवा ले रहा हूं.
कोरोना संक्रमण के पहले चरण में ही सदर अस्पताल में 60 वेंटिलेटर की व्यवस्था की गई थी, लेकिन अब तक यहां एक भी एनेस्थेटिस्ट की प्रतिनियुक्ति नहीं की गई. इस वजह से मरीजों को वेंटिलेटर का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
सिविल सर्जन ने पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग से कुछ डॉक्टरों की मांग की थी. इसके बाद फॉर्मोकोलॉजी और मेडिसिन के चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति तो सदर अस्पताल में कर दी गई. लेकिन, इनमें कोई वेंटिलेटर चलाने योग्य नहीं है.