रांची. झारखंड में भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि कोरोना के बढ़ते खतरे को रोकने और संक्रमितों के इलाज में राज्य सरकार पूरी तरह नाकाम रही है.
मधुपुर मे प्रेस कांफ्रेस में बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राजधानी रांची में सबसे भयावह स्थिति है.इसके साथ ही उन्होंने सवाल पूछा है.
मरांडीने कहा कि रांची में सिविल सर्जन कह रहे हैं कि अस्पताल में बेड खाली है. सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल रिम्स कह रहा है कि बेड खाली है.सरकार के अधिकारी कह रहे हैं कि सब कुछ काबू में है, तो फिर अस्पताल के दरवाजे पर मरीज- तड़प-तड़प कर कैस दम तोड़ रहे. मरांडी ने कहा कि सच यह है कि सरकर ऑक्सीजन वेंटिलेटर और इलाज उपलब्ध कराने में नाकाम रही है. इस हालात के बाद भी मुख्यमंत्री मधुपुर से हिल नहीं रहे.
मरांडी ने कहा कि एक मामले की सुनवाई के दौरान झारखंड हाईकोर्ट ने भी टिप्पणी की है कि राज्य में हेल्थ इमरजेंसी जैसे हालात हैं. हेमंत सरकार हेल्थ इमरजेंसी घोषित करे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को बताना चाहिए कि एक साल के दौरान कोरोना की जंग से लड़ने के लिए सरकार ने चिकित्सा और मेडिकल सुविधा सुदृढ़ करने में कितने काम किए और किन चीजों की खरीदारी की. राज्य आपात स्थिति से गुजर रहा है. सरकार को प्राइवेट अस्पतालों में वेटिंलेडर और ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की व्यवस्था करनी चाहिए. सिर्फ पैसे की कमी बताकर और केंद्र सरकार पर ठिकरा फोड़कर राज्य सरकार अपनी जिम्मेवारियों से नहीं बच सकती.