वॉशिंगटन : दुनियाभर के कई देशों में वैक्सीन कार्यक्रम जारी है. इस दौरान खबरें आई थीं कि वैक्सीन के बाद लोगों में ब्लड क्लॉटिंग यानि खून के थक्के जम रहे हैं. इन रिपोर्ट्स के आने के बाद वैक्सीन पर रोक भी लग चुकी है. हाल ही में अमेरिका में जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson) के सिंगल डोज वैक्सीन पर इस तरह की अस्थाई रोक लगाने की सिफारिश की गई है.
समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार, अमेरिका ने खून के थक्के जमने की रिपोर्टों की जांच करने को लेकर जॉनसन एंड जॉनसन के एक खुराक वाले कोविड-19 के टीके लगाने पर अस्थायी रोक की सिफारिश की है. अब सवाल उठता है कि क्या वाकई खून के थक्के जमने का सबसे बड़ा जिम्मेदार वैक्सीन ही है. हालांकि, स्पेन की डॉक्टर मारिया लियोनॉर रामोस ने ब्लड क्लॉटिंग के दूसरे संभावित कारण भी बताने की कोशिश की है.
डॉक्टर रामोस की तरफ से जारी किए गए ग्राफिक्स के अनुसार, एस्ट्राजेनेका वैक्सीन लेने वाले 0.0004 मामलों में ही इस तरह का खतरा होता है. आसान भाषा में समझें, तो अगर 10 लाख लोगों को वैक्सीन दी गई है, तो 4 मामले ऐसे हो सकते हैं, जहां मरीज को खून के थक्के जमने की शिकायत हो. गर्भ निरोधक लेने वाली महिलाओं के मामले में अगर 10 महिलाएं ऐसी दवा ले रही हैं, तो उनमें 500 से 1200 (0.05 से 0.12 प्रतिशत) महिलाएं ही ऐसी होंगी, जिन्हें ब्लड क्लॉटिंग हुई हो.
इसके अलावा धूम्रपान भी इसका एक अहम कारण है. अगर 10 लाख लोग धूम्रपान कर रहे हैं, तो 1763 पर ब्लड क्लॉटिंग का खतरा होगा. ऐसे ही कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रहे 10 लाख मरीजों में से 1 लाख 65 हजार यानि 16.5 फीसदी मामलों में ब्लड क्लॉटिंग की परेशानी होगी. भाषा के मुताबिक, रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) और खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने मंगलवार को एक संयुक्त बयान में कहा कि वह टीकाकरण के कुछ दिनों बाद छह महिलाओं में खून के थक्के जमने और प्लेटलेट की संख्या घटने की रिपोर्टों की जांच कर रहा है.
बयान के अनुसार मस्तिष्क से आने वाली शिराओं में खून में थक्के पाये गये और प्लेटलेट की संख्या घट गयी. ये मामले 18 से 48 साल की छह महिलाओं में सामने आये और एक की मौत हो गयी. बयान के मुताबिक इस टीके की अमेरिका में 68 लाख से अधिक खुराक दी गई है,जिनमें से ज्यादातर में किसी तरह का दुष्प्रभाव नहीं देखा गया है.