नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार का दूसरा कार्यकाल शनिवार को अपने पहले 100 दिन पूरे करेगी. इस अवसर पर भव्य समारोह आयोजित होने की उम्मीद की जा रही है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इन 100 दिनों की उपलब्धियों को एक ‘निर्णायक सरकार’ के तौर पर दिखाने का फैसला किया है. सरकार आक्रामक दिखने के बजाए कड़े निर्णय लेने में सक्षम व आत्मविश्वास से भरपूर के तौर पर अपने आपको पेश करना चाहती है.
भाजपा के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि वह एक ‘निर्णायक सरकार’ के तौर पर अपने आपको दिखाएगी. इसमें जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को रद्द करना 100 दिनों में सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि के तौर पर प्रदर्शित किया जाएगा. इस अनुच्छेद को हटाने के लिए भाजपा ने अपने घोषणापत्रों में भी लंबे समय से वादा कर रखा था.
इसके साथ ही पार्टी के मुस्लिम चेहरे तीन तलाक कानून को भुनाने का काम करेंगे. राज्यसभा में पर्याप्त संख्या में नहीं होने के बावजूद, यह दिखाने के लिए ध्यान केंद्रित किया जाएगा कि सरकार ने तीन तालाक बिल पास कराने का मुस्लिम महिलाओं से वादा किया था. मुस्लिम महिला (विवाह पर अधिकारों का संरक्षण) विधेयक, 2019 के अनुसार तुरंत तीन तलाक देना एक दंडनीय अपराध माना जाएगा, जिसके तहत आरोपी को तीन साल की जेल की सजा भुगतनी पड़ेगी.
भाजपा सूत्रों का कहना है कि वह बहुत आक्रामकता के रूप में नहीं दिखना चाहते. सूत्रों ने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने अपने राज्य के नेताओं और सांसदों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वे विशाल पोस्टर और बैनर न लगाएं. मोदी सरकार की विशिष्ट उपलब्धियों को गिनवाने के लिए या तो डोर-टू-डोर जाने के लिए कहा गया है या किसी छोटी मंडली के जरिए अपनी बात जनता तक पहुंचाने की बात कही गई है.सूत्रों ने यह भी कहा कि एक केंद्रीय मंत्री आठ सितंबर को यहां भाजपा मुख्यालय में एक बड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे. माना जा रहा है कि सूचना मंत्री प्रकाश जावड़ेकर सरकार का पहले 100 दिनों की उपलब्धियों को बताने का काम सौंपा गया है.
मोदी शनिवार को महाराष्ट्र में होंगे, जहां वह सात प्रमुख परियोजनाओं की शुरुआत कर अपनी पार्टी के लिए चुनावी बिगुल फूंकेंगे. वह उसी दिन मुंबई, नागपुर और औरंगाबाद की यात्रा भी करेंगे.
कुछ कल्याणकारी योजनाओं को शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मथुरा में होंगे.
सूत्रों के अनुसार, भाजपा की सोमवार से सभी राज्यों की राजधानियों में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित होने की संभावना है. उन्हें दिल्ली के नेताओं के बजाय राज्य नेतृत्व द्वारा संबोधित किया जाना है.
17 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में भाजपा ने फैसला किया है कि उनके जन्मदिन वाले पूरे सप्ताह को ‘सेवा सप्ताह’ के तौर पर मनाया जाएगा. सभी 303 भाजपा सांसदों से कहा गया है कि वे ध्यान दें कि अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में ‘सेवा सप्ताह’ मनाते हुए वह क्या योगदान दे सकते हैं.