नई दिल्ली: राजधानी में कोरोना संक्रमण लगातार गंभीर होता जा रहा है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हालात पर चिंता जताते हुए कहा है कि पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के लगभग साढ़े 25000 केस आए हैं.
चिंता की बात यह है कि पिछले 24 घंटे में पॉजिटिविटी रेट बढ़कर करीब 30 फीसदी हो गया है. मामले बहुत तेज़ी से बढ़ रहे हैं. मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ ही ऑक्सीजन की कमी भी हो रही है.
इसको लेकर सीएम केजरीवाल ने केंद्र सरकार से ऑक्सीजन सप्लाई की मांग की है. साथ ही कहा है कि दिल्ली के अस्पतालों में 75 फीसदी से ज्यादा बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व किए जाएं.
इसके साथ सीएम केजरीवाल ने कहा कि कल मेरी केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से बात हुई. मैंने उन्हें बताया कि हमें बेड और ऑक्सीजन की बहुत ज़्यादा जरूरत है.
आज गृह मंत्री अमित शाह से बात हुई है और मैंने उन्हें भी बताया कि बेड की बहुत जरूरत है. दिल्ली में केंद्र सरकार के अस्पतालों में 10,000 बेड हैं, उसमें 1800 बेड कोरोना के लिए आरक्षित हैं.
उन्होंने कहा कि ज्यादा चिंता की बात यह है कि दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 30 फीसदी हो गया है. उससे एक दिन पहले पॉजिटिविटी रेट 24 फीसदी थी. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के बेड तेजी से खत्म होते जा रहे हैं. ICU बेड की कमी होती जा रही है. अब पूरी दिल्ली में महज 100 बेड ही बचे हैं. दिल्ली में ऑक्सीजन की भी काफी कमी है. केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार से हम लगातार मदद मांग रहे हैं और मदद मिल भी रही है.
इसके अलावा दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से ऑक्सीन और बेड्स को लेकर भी अपील की है. उन्होंने कहा, ‘हमारा केंद्र सरकार से निवेदन है कि इतनी गंभीर परिस्थिति में कम से कम 7,000 बेड कोरोना के लिए आरक्षित किए जाएं और हमें तुरंत ऑक्सीजन की सप्लाई की जाए. दिल्ली सरकार अगले 2-3 दिन में 6,000 से ज़्यादा ऑक्सीजन बेड तैयार कर लेगी.
यही नहीं, अरविंद केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में कॉमनवेल्थ खेल गांव और स्कूलों को कोविड सेंटर बनाने का भी बड़ा फैसला लिया है. इसके अलावा दिल्ली में कोरोना बेकाबू होने के कारण न सिर्फ नाइट कर्फ्यू लागू है बल्कि वीकेंड लॉकडाउन भी लगा हुआ है. जबकि सभी के लिए मास्क पहनना जरूरी कर दिया गया है. वहीं, बिना मास्क के पकड़े जाने पर 2000 रुपये का भारी भरकम जुर्माना है.