नई दिल्ली: चीन कभी अपनी करतूत से बाज नहीं आता, इस बार चीन ने भारत के पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश में 15 और स्थानों के लिए चीनी अक्षरों, तिब्बती और रोमन वर्णमाला के नामों की घोषणा की है.
भारत ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है, मनगढ़ंत नामों को रख देने से तथ्य नहीं बदलने वाले हैं.
चीन ने इन जगहों के बदले नाम
चीन ने जिन आठ आवासीय स्थानों के नामों को मानकीकृत किया है उनमें शन्नान प्रान्त के कोना काउंटी में सेंगकेज़ोंग और डग्लुंगज़ोंग, न्यिंगची के मेडोग काउंटी में मणिगंग, ड्यूडिंग और मिगपेन, न्यिंगची के ज़ायू काउंटी में गोलिंग, डंबा और शन्नान प्रान्त के लुंज़े काउंटी में मेजाग शामिल हैं.
पर्वतों के भी बदले नाम
चीन ने जिन चार पर्वतों के नाम चीनी अक्षरों पर रखे हैं, उनमें वामो री, दाऊ री, ल्हुन्जुब री और कुनमिंग्ज़िंग्ज़ी फेंग हैं जबकि ज़ेनोग्मो हे और दुलेन हे नदी का नाम बदला गया है. साथ ही एक पहाड़ी दर्रा कोना काउंटी में ला नाम से है