नई दिल्लीः राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता पद्मश्री सिंधुताई सपकाल के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
राष्ट्रपति ने उनकी साहस और समर्पण के लिए उन्हें नमन करते हुए कहा,‘‘डॉ सिंधुताई सपकाल का जीवन साहस, समर्पण और सेवा की एक प्रेरक गाथा है. उन्होंने अनाथ और बेसहारा बच्चों, आदिवासियों तथा हासिए की जिंदगी जीने वालों को प्रेम किया और उनकी सेवा की. उन्हें वर्ष 2021 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. उन्होंने अभूतपूर्व साहस से अपनी खुद की कहानी लिखी है. उनके निधन पर उनके परिवारों और अनुयायियों के प्रति संवेदना.‘‘ डॉ सिंधुताई सपकाल के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक व्यक्त किया है.
पद्मश्री सिंधुताई सपकाल का मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से पुणे में निधन हो गया. उन्होंने 74 वर्ष की आयु में एक निजी अस्पताल में रात के करीब नौ बजे अंतिम सांस ली. पद्मश्री पुरस्कार विजेता सपकाल की शारीरिक स्थिति पिछले कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रही थी. वह लोगों के बीच माई के नाम से भी जानी जाती थी.