चुनाव आयोग ने डिजिटल प्रचार प्रसार पर ज्यादा फोकस करने को कहा है. चुनावी घोषणा में हम और आप इतना तो समझ ही चुके हैं. लेकिन अखिलेश यादव चुनाव आयोग के इस ऐलान के बाद कुछ ज्यादा ही परेशान दिख रहे. यह परेशानी एक मुखौटा है या वाकई में वो परेशान है इसका पोस्टमार्टम हम उत्तर प्रदेश के तीन प्रमुख पार्टियों की सोशल मीडिया ऑडिट से करेंगे.
जनता से डायरेक्ट जुड़ने का यही एक माध्यम पार्टियों के पास बचा है. 2014 तक सोशल मीडिया पर बीजेपी का लगभग पूरा दबदबा था. बाद में फिर कांग्रेस सहित तमाम क्षेत्रीय दल भी सोशल मीडिया का संगठित तरीके से इस्तेमाल करने लगे. इस तरह असली चुनौती शुरू हुई.
ट्वीटर पर पार्टियों का ऑडिट रिपोर्ट
UP बीजेपी- 2.9 मिलियन फॉलोअर्स
समाजवादी पार्टी- 2.8 मिलियन फॉलोअर्स
UP कांग्रेस- 460.9 के फॉलोअर्स
यानी ट्विटर पर भाजपा सबसे आगे दौड़ रही है , वहीं समाजवादी पार्टी यानी कि अखिलेश सिर्फ 0.1 M ही पीछे हैं भाजपा से. कांग्रेस की बात करें तो इनका प्रदर्शन बहुत खराब दिख रहा है. आधा मिलियन से भी कम है.
ट्विटर पर नेताओं का ऑडिट
बीजेपी से योगी आदित्यनाथ- 16.8 मिलियन फॉलोअर्स
सपा से अखिलेश यादव- 15.3 मिलियन फॉलोअर्स
कांग्रेस से प्रियंका गांधी वाड्रा- 4.4 मिलियन फॉलोअर्स
बीएसपी से मायावती- 2.3 मिलियन फॉलोअर्स
यहां भी CM योगी के 16.8 मिलियन फॉलोवर्स है तो अखिलेश के 15.3 मिलियन. बहुत कम का फासला है. अखिलेश योगी को अच्छी टक्कर देते दिख रहे हैं. इन दोनो के मुकाबले बाकी दो महिला नेता मायावती और प्रियंका वाड्रा बहुत पिछड़ती दिख रहीं है फिरभी इन महिला नेताओं का इलेक्शन कमिशन से कोई शिकायत नहीं है.
फेसबुक पर भी देखा जाए तो बीजेपी सबसे ज्यादा पसंदीदा है. यहां समाजवादी पार्टी का प्रदर्शन भाजपा के मुकाबले उत्साहवर्धक नहीं है.
UP बीजेपी- 4.9 मिलियन फॉलोअर्स
समाजवादी पार्टी- 2.8 मिलियन फॉलोअर्स
जानकारों की मानें तो डिजीटल प्लेटफार्म आज के समय में लोगों पर खासा असर कर रहा है. जिस राजनीतिक दल के पास जितने ज्यादा संसाधन होगें वही दल इसमें सबसे आगे रहेगा. बजट भी इसमें मुख्य रोल अदा करेगा. बीजेपी फिलाहाल डिजीटल प्लेटफार्म पर सबसे आगे है.
100 वर्चुअल रैली करने की तैयारी में बीजेपी
बीजेपी ने वर्चुअल रैलियों (virtual rally) के जरिए चुनाव प्रचार का प्लान तैयार कर लिया है. बीजेपी ने पूरे प्रदेश ने अलग-अलग चरणों के हिसाब से हर चरण में 100 रैली तक करने की तैयारी की है. मामले में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने पिछले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश में बीजेपी यूनिट के साथ ‘डिजिटल रणनीति’ पर चर्चा की और रणनीति भी बनाई है.
बताया जा रहा है कि भाजपा ने 3d स्टूडियो मिक्स तकनीक का उपयोग करने की योजना बनाई है. इस तकनीक से दो अलग-अलग जगहों पर बैठे नेताओं को एक पोडियम पर दिखाया जा सकता है. यानी 3डी के जरिए वर्चुअल स्टेज बनाकर दिग्गज नेताओं को ऐसे दिखाया जाएगा, जैसे वे किसी एक मंच पर संबोधित कर रहे हों. उधर, कांग्रेस घर-घर जाकर अपने पक्ष में जनता को लाने की रणनीति पर काम कर रही है.