रांची: करम महोत्सव के शुभ अवसर पर सेंटर फॉर ट्राइबल एंड लेंग्वेज फॉर रांची यूनिवर्सिटी द्वारा करम महोत्सव का आयोजन किया गया गया. जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में राजयपाल सह कुलपति द्रौपदी मुर्मू मौजूद थी. कर्म पूजा जो की प्रकृति की पूजा है. जिसमे पेड़ पौधों की पूजा की जाती है. खास कर कर्म पेड़ की पूजा होती है. सभी लोकनृत्य समाप्त होने पर राजयपाल द्रौपदी मुर्मू ने सभी झारखण्ड वासियों को करमपुजा की बधाई देते हुए कहा की जितना हो सके प्रकृति से जुड़े उनका संरक्षण करे और पेड़ो को काटे नहीं.
उन्होंने केंद्र सरकार की योजना को बेहतर बताया. प्रधानमन्त्री उज्ज्वला योजना से महिलाओं को हो रही दिक्क्तों से निजात मिली है. इस योजना से पेड़ों की कटाई पर नियंत्रण होगा और प्रकृति का संरक्षण भी होगा. लोग अब गैस पर खाना बनाएंगे और पेड़ नहीं काटेंगे. साथ ही उन्होंने लोगों से साग सब्जी खाने पर जोर दिया और कहा की साग सब्जी खाने से लोग कुपोषण के शिकार नहीं होंगे. राजयपाल ने कहा की पहले की अपेक्षा अब बारिश भी बहुत काम होने लगी है क्योंकि अब लोग पेड़ पौधों को काट कर रोड रास्ते या घर बनाने लगे है. पहाड़ भी पहले के मुकाबले अब काम नज़र आने लगे है.उन्होंने लोगों से अपील किया की लोग प्रकृति के महत्व को समझे और उनका संरक्षण करे.
करम पूजा के अवसर पर काफी खूबसूरत मंडप तैयार किया गया था. जिसे फूल पतों से सजाया गया था।.वहां छात्र-छात्राओं ने पारम्परिक वेश भुसा में झारखण्ड का लोकनृत्य पेश किया. पारम्परिक गहनों से उन्होंने अपना शृंगार किया था. जो बेहद लुभावना था जिस पर मुख्य अतिथि के साथ साथ बैठे वहां तमाम लोग भी इसका भरपूर आनंद उठा रहे थे.
रांची यूनिवर्सिटी के कुलपति आर के पांडेय ने भी कर्मा पूजा की बधाई देते हुए कहा की प्रकीर्ति से ही हमारा वजूद है और झारखण्ड की संस्कृति जो प्रकीर्ति से जुडी हुई है उसके संरक्षण करने को कहा और छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की उनके साथ इस अवसर पर कर्मा उरांव सहित अन्य लोग भी मौजूद थे.