झारखंड के बोकारो में चास प्रखंड के कोलबेंदी गांव ग्राहकों ने कुछ ऐसा आरोप लगा कर गुरुवार को पीडीएस दुकान पर जमकर हंगामा किया। घटना की सूचना पर उपायुक्त बोकारो कुलदीप चौधरी के निर्देश पर डीएसओ प्रकाश कुमार भी पहुंचे। इसके बाद ग्रामीणों की ओर से दिखाए गए चावल की जांच की। इसके साथ ही जितन बाउरी के पीडीएस दुकान और मोमिन ग्रुप के दुकान की जांच की गई। जहां पूर्व में आवंटित किया गया चावल जीतन बाउरी के दुकान में पाया गया। उसमें प्लास्टिक जैसे चावल थे। दुकानदारों ने कहा कि सरकारी आवंटन में गोदाम से ही भेजा गया है।
वहीं डीएसओ ने बताया कि चास शहरी और ग्रामीण के कई दुकानों को एफसीआई के गोदाम से क्वालिटी चेक के बाद ही आवंटन दिया जाता है। ये चावल पूर्व में बंटे हैं। केवल ऐसी शिकायत कोलबेंदी से ही आई है और किसी जगह से ऐसी शिकायत नहीं मिली है। इसलिए इसकी बारीकी से जांच की जा रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि एक किलो चावल में सौ ग्राम प्लास्टिक चावल मिला हुआ है, बारिकी से जांच करने पर प्लास्टिक दिख रहा है। इस बाबत कार्डधारी आशमा बीबी, सतमा देवी, उपाशी देवी, रेखा देवी, फुलन देवी, टुपली देवी, जुलेखा बीबी ने बताया कि ऐसे चावल उबालने के बाद प्लास्टिक गेंद जैसा हो जा रहा है।
बोकारो के डीसी कुलदीप चौधरी का कहना है कि मामले की जांच के लिए डीएसओ को कहा गया है। चावल का सैंपल लिया गया है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।