खेल गांव के पीछे लालगंज महुआ टोली में सोमवार की रात सेना और ग्रामीण आमने सामने हो गए. सेना के द्वारा जबरन गेट में ताला मारने की कोशिश की गयी.
गेट लगाने से पहले डीसी के ऑफिस में रांची सांसद संजय सेठ के प्रतिनिधि अजय राय, मुकेश मुक्ता और सेना के बीच समझौता हुआ था जिसमें इस बात पर सहमति बनी थी की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए गेट लगने दिया जाए मगर गेट में कभी ताला नहीं लगाया जाएगा.
यह भी तय हुआ था की ग्रामीणों को आवागमन में कोई समस्या नहीं होगी. वे अपना आईडी दिखाकर अंदर जा सकते हैं.
मगर कल अचानक सेना ने प्लान करके गेट में ताला मार दिया. इस स्थिति में ग्रामीण काफी उत्तेजित हो गए और संतरी से कहा की आप ताला खोल दीजिये ,हमारे बच्चें स्कूल गए हुए हैं वो कैसे आएंगे. इस पर संतरी ने कहा की वो ताला नहीं खोल सकते हैं क्योंकि उन्हें ऊपर से आदेश है. ग्रामीणों के विरोध पर खेलगांव थाना प्रभारी को गेट पर बुलाया गया लेकिन उनकी रिक्वेस्ट के बाद भी गेट का ताला नहीं खोला गया.
इस स्थिति में ग्रामीण आक्रोशित हो गए और गेट पर लगे ताले को तोड़ दिया और कहा की अगर ताला बंद होगा तो कल के बाद गेट को ही हम लोग तोड़ देंगे, आज तो केवल ताला तोड़ा है.अब देखना यह होगा कि मंगलवार सुबह की स्थिति क्या होगी.