29 वर्षीय गॉन्जैलो मोंटोया जिमेनेज नाम का व्यक्ति जेल में बंद था। उसे जेल में ही मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद उसे पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया गया। हालांकि पोस्टमॉर्टम से ठीक पहले वह खड़ा हो गया। यह नजारा देखकर एक बार तो डॉक्टर भी सन्न रह गए।
तीन डॉक्टरों ने की जांच
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, गॉन्जैलो मोंटोया जिमेनेज नाम के व्यक्ति को वर्ष 2018 में लूट के केस में जेल भेजा गया था। जिमेनेज को जेल में संदिग्ध पाया गया। इसके बाद उसकी तीन अलग-अलग डॉक्टरों से जांच कराई गई। तीनों डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद उसे शवगृह तक ले जाने से पहले मेडिकल टेस्ट कराए गए। इसके बाद उसे एक बॉडी बैग में भरकर ऑटोप्सी के लिए भेज दिया गया।
बैग से आने लगी आवाज
जब उस कैदी के शरीर को बॉडी बैग में रखकर
जब गॉन्ज़ैलो के शरीर को बॉडी बैग में रखकर ऑटोप्सी के लिए ले जाया जा रहा था तो बैग के अंदर से लोगों को कुछ आवाज सुनाई दी। ध्यान से सुनने पर पता चला कि वह खर्राटे की आवाज थी। धीरे—धीरे खर्राटे की आवाज तेज होने लगी। इससे पहले जब जेल में उस कैदी को एक डॉक्टर ने चेक किया था तो डॉक्टर ने उसे मृत बताया था। इसके घंटे भर बाद फॉरेंसिक डॉक्टर ने भी इस बात की पुष्टि की। वहीं तीसरे डॉक्टर को कुछ अजीब महसूस हुआ था। ऐसे में उस डॉक्टर ने कैदी के शरीर के कुछ हिस्से पर मार्क करके जांच के लिए बॉडी को भेजा।
अचानक उठकर चलने लगा शख्स
इसके बाद कैदी को ऑटोप्सी के लिए ले जाया जाने लगा तो वह कैदी अचानक उठकर चलने लगा। वहीलं कुछ स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक फोरेंसिक पैथलॉजिस्ट ने जब बॉडी बैग को खोला तो कैदी जिंदा पाया गया। इसके बाद उसे तुरंत दूसरे अस्पताल ले जाया गया। वहीं स्पैनिश जेल विभाग की ओर से कहा गया कि कैदी को 3 डॉक्टर चेक कर चुके थे और उन्होंने मृत्यु की पु्ष्टि कर दी थी। वहीं कैदी ने उठते ही अपनी पत्नी से मिलने की इच्छा जाहिर की।