कोरोना महामारी के इलाज के लिए नैसल स्प्रे के रूप में एक और दवा आ गई है. ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स ने कनाड़ा की कंपनी ‘सैनोटाइज’ (sanotize) के रूप में भारत में नाइट्रिक ऑक्साइड आधारित नैसल स्प्रे ‘फैबीस्प्रे’ (fabispray) बाजार में पेश कर दिया है. भारत के ड्रग नियामक ने बीते दिनों इसे मंजूरी दी थी.
ग्लेनमार्क ने बुधवार को एलान किया कि उसने भारत में ‘फैबीस्प्रे’ बांड नाम से यह नैसल स्प्रे लांच कर दिया है. इससे कोरोना के उन मरीजों का उपचार किया जाएगा, जिनमें महामारी तेजी से फैलने का अंदेशा होगा. भारत के ड्रग कंट्रोलर (dcgi) ने हाल ही में ग्लेनमार्क को इस दवा के उत्पादन व विपणन के लिए आपात मंजूरी प्रदान की थी.
ग्लेनमार्क फार्मा के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी रॉबर्ट क्रोकार्ट ने एक बयान में कहा कि हम कोरोना के खिलाफ भारत की जंग के एक महत्वपूर्ण साझेदार हैं. नाइट्रिक ऑक्साइड आधारित नैसल स्प्रे की मंजूरी व सैनोटाइज के साथ साझेदारी में इसे जारी करने पर हमें खुशी हो रही है. कोविड-19 के उपचार के लिए यह एक और सुरक्षित व प्रभावी एंटी वायरल दवा है. इससे मरीज को समय पर और आवश्यक इलाज मिल सकेगा.
ऐसे काम करेगा फैबीस्प्रे
नाइट्रिक ऑक्साइड आधारित यह नैसल स्प्रे, नाक के ऊपरी हिस्से में कोविड-19 वायरस का प्रभावी ढंग से खात्मा करने का काम करेगा. परीक्षण के दौरान इसने कोरोना वायरस के खात्मे और दवा के एंटी-माइक्रोबियल गुणों को साबित किया है. जब यह स्प्रे नाक के म्यूकस पर छिड़का जाता है तो यह वायरस को बढ़ने व शरीर में फैलने से रोकने के लिए शारीरिक और रासायनिक बाधा पैदा करता है. इस तरह से यह वायरस को फेफड़ों में फैलने से रोकता है.