हजारीबाग: समाहरणालय परिसर स्थित सूचना भवन सभागार में बुधवार को चाइल्डलाइन सलाहकार बोर्ड की बैठक उपायुक्त डाॅ. भुवनेश प्रताप सिंह की अध्यक्षता में हुई. मौके पर उपायुक्त ने कहा कि 24 घंटे जरूरतमंद बच्चों के लिए सेवा प्रदाता के रूप चाइल्डलाइन कार्यरत है. बच्चों से संबंधित यथा बाल विवाह, बाल श्रम, बच्चों की तस्करी आदि से संबंधित कोई भी सूचना अवश्य प्रशासन को दें, तत्काल कार्रवाई होगी. मौके पर उपायुक्त ने संबंधित लोगों को चिन्हित स्थानों पर चाईल्ड फ्रेंडली विलेज बनाने का निर्देश दिया, साथ ही ड्राॅप आउट बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए आवश्यक निर्देश दिये गये हैं. उन्होंने बच्चा चोरी से संबंधित अफवाहों पर ध्यान नहीं देने तथा ऐसे अफवाह फैलाने वाले असमाजिक तत्वों की सूचना प्रशासन को देने की बात कही.
बैठक में देखभाल एवं सुरक्षा के जरूरतमंद बच्चों को समय से उचित स्थान तक लाने और ले जाने हेतु स्थायी तौर पर वाहन की सुविध उपलब्ध कराने, जिला स्तर पर बाल श्रमिकों के लिए स्थायी तौर पर रेड-रेस्क्यू टीम का गठन व टीम में चाईल्डलाईन की सदस्यता सुनश्चित करने एवं मुक्त कराये गये बाल श्रमिकों के मालिक व संबंधित होटलों पर काूननी कार्रवाई हेतु पहल करने, जिले में संचालित प्रत्येक कस्तुरबा गांधी आवासीय विद्यालय में चाइल्डलाइन द्वारा प्रस्तुत किये गए देखभाल एवं सुरक्षा के जरूरतमंद बच्चों के लिए कम से कम 5 सीट सुरक्षित करने, प्रखण्ड स्तरीय बाल संरक्षण समिति को सक्रिया करने, चाइल्डलाइन के द्वारा प्रस्तुत बच्चों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु सरकारी अस्पतालों में प्राथमिकता देने, कॉरपोरेट सेक्टर को कैब की सुविधा देने, चाईल्डलाईन 1098 एवं सुरक्षा के जरूरतमंद बच्चों से संबंधित डॉक्यूमेंट्री, पर्चा का विरण एवं स्थानीय तौर पर व्यापक प्रचार-प्रसार करने आदि पर गहन विचार विमर्श किया गया तथा इससे संबंधित आवश्यक निर्देश दिये गये.