ब्यूरो चीफ,
रांची: भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके मित्र रवि केजरीवाल के संबंधों पर तीखा हमला किया है. प्रदेश प्रवक्ता प्रतूल शाहदेव ने पूर्व सीएम से जानना चाहा है कि वे रवि केजरीवाल के साथ व्यावसायिक संबंधों का खुलासा करें. प्रदेश कार्यालय में सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए शाहदेव ने कहा कि झारखंड में CNT-SPT कानून का सबसे अधिक उल्लंघन सोरेन परिवार ने किया है, गोला के रहने वाले हेमंत सोरेन बताये कि उन्होंने झारखंड में अलग-अलग जिलों में जमीन खरीदी है, उसकी वास्तविक कीमत क्या है? उन्होंने कहा है कि खरीदी गयी जमीन की सक्षम प्राधिकार से जांच होनी चाहिए. इसके लिए भाजपा जल्द अगली कार्रवाई करेगी.
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि CNT-SPT कानून का उल्लंघन पूर्व सीएम ने किया है या नहीं? गरीब आदिवासी लालू उरांव की रांची में करोड़ो की जमीन महज कुछ लाख में खरीद कर उस पर करोड़ो की लागत से सोहराय भवन बनाया है या नहीं? आखिर में करोड़ो की संपत्ति सोरेन परिवार के पास कहां से आई. सोरेन परिवार ने पहले CNT-SPT कानून का उल्लंघन कर राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में जमीन खरीदी, फिर उसे कानूनी रूप देने के लिए मुख्यमंत्री बनने के बाद CNT-SPT कानून में संशोधन करने का आदेश दिया. दिनांक – 18.09.2014 को इस पर हस्ताक्षर किया गया. पूर्व सीएम बतायें यह सच है या नहीं? साथ ही CNT की धारा 21 एवं SPT की धारा 13 के अन्तर्गत गैर कृषि उपयोग हेतु गैर कृषि लगान की वसूली का प्रस्ताव तैयार कराया था या नहीं?
उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन जब मुख्यमंत्री बने तो बालू घाटों को मुंबई के ठेकेदारो के बेचने का काम किया. ऐसा उन्होंने किया था या नहीं? झामुमो के कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल को लेकर हेमंत सोरेन अपना रुख स्पष्ट करें? रवि केजरीवाल की कई बेनामी कंपनी है. इनमें किनका पैसा लगा हुआ है, यह जाँच के दायरे में है. 32 सेल कंपनियों में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से किसकी भागीदारी है. इसकी पूर्व में शिकायत कई स्तर पर की गयी है.
प्रदेश प्रवक्ता का आरोप था कि पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने पाकुड़ में कहा था कि झामुमो ने झारखंड के खनिजों को लूटने और लूटवाने का काम किया है. 15 दिसंबर 2014 को उनका यह बयान अखबारों में छपा था. अखिर बाबूलाल मरांडी ने ऐसा क्यों कहा था? हेमंत सोरेन ने उन्हें लीगल नोटिस भेजा है या नहीं?
पूर्व सीएम के भाई बसंत सोरेन की कंपनी ग्रैंड माइनिंग को पाकुड़ में अवैध खनन के लिए बारह करोड़ का जुर्माना लगाया गया है या नहीं? यह मामला अभी न्यायालय में लंबित है. यह कंपनी पाकुड़ से पत्थर निकाल कर बाहर देश विदेश में भेजने का काम करती है. इसी कंपनी के तार 16 अन्य कंपनीयों से जुड़े हुए हैं.