ज्योत्सना
खूंटी: ऑफ सीजन में भी पर्यटकों के आकर्षण का केंद बना है बूण्डु क्षेत्र का दशम फॉल. गर्मी में दशम फॉल पूरी तरह सूख चुका था लेकिन बारिश में दशम फॉल की रौनक लौट आयी है. हरे भरे साल के वृक्षों के बीच चट्टानों से उमड़ते-घुमड़ते दशम फॉल की जलधारा पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है. कई अलग अलग धाराओं से होकर नीचे गिरते हुए पानी की कल-कल करती धारा बेहद खूबसूरत दिखाई पड़ती है. हर कोई ऊंचाई से गिरते हुए पानी की धार को अपने कैमरे में कैद करता है. जंगल के शांत वातावरण में जल का शोर और जंगल मे रहने वाले पक्षियों का कलरव पर्यटकों के मन को आह्लादित कर देता है.
रांची के अलावा अन्य राज्यों से भी पर्यटक यहां पहुंचते हैं. फॉल का नजारा देखने के लिए राज्य सरकार पर्यटक विभाग ने सीढ़ी और रेलिंग का निर्माण कराया है, साथ ही कई वॉच-टावर भी बनाये गए हैं. वाहनों के पार्किंग की सुविधा के साथ साथ पॉलीथीन मुक्त क्षेत्र बनाया गया है दशम फॉल परिसर को.
144 फीट की ऊंचाई से जब पानी की धारा नीचे गिरती है तो पानी का शोर दूर दूर तक सुनाई पड़ता है. कैमरे की नजर में बेहद खूबसूरत नजारा हरेक पर्यटक अपने साथ यहां से लेकर जाता है. बारिश के बावजूद अब भी पर्यटक यहां पहुंचते हैं. पर्यटक मित्रों का कहना है कि जब से सरकार ने पर्यटक मित्रों को दशम फॉल में बहाल किया है तब से दुर्घटनाओं में कमी आयी है. हर दिन आने जाने वाले पर्यटकों की सुरक्षा और पर्यटन स्थल की जानकारी देने का काम स्थानीय पर्यटक मित्र करते हैं. पर्यटक मित्रों ने सरकार से अपनी मानदेय बढ़ाने का भी आग्रह किया है. फॉल देखने आने वाले सुरक्षित वापस लौट सकें इसको लेकर पर्यटक मित्र मुस्तैद रहते हैं. पीने का पानी और चाय नाश्ता फॉल परिसर में उचित मूल्य पर उपलब्ध रहता है. एक पर्यटक ने कहा कि यहां आकर मन बिल्कुल खुश हो गया, हरियाली, जंगल पहाड़ के बीच पानी का शोर बहुत खुशनुमा जगह है दशम फॉल.