राजधानी और एनसीआर के युवाओं में हथियारों के बढ़ते क्रेज का फायदा उठाकर अब तस्कर बदमाशों के अलावा नौजवानों को भी हथियार बेच रहे हैं. युवाओं से हथियार की अच्छी रकम मिल जाती है. यह खुलासा दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आए एक हथियार तस्कर ने किया है. पकड़े गए आरोपी की पहचान गुढ़मुक्तेश्वर (यूपी) निवासी कुंवरपाल के रूप में हुई है.
पुलिस ने आरोपी के पास से पांच पिस्टल और 500 कारतूस बरामद किए हैं. आरोपी सुंदर नगरी में दो लोगों को हथियार और कारतूसों की खेप देने आया था, लेकिन उससे पूर्व पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया. स्पेशल सेल के पुलिस उपायुक्त संजीव कुमार यादव ने बताया कि करीब एक साल से सेल ने अवैध हथियार का धंधा करने वाले लोगों के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है.
इसी कड़ी में एक साल के भीतर 600 से अधिक हथियार बरामद कर कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि पिछले कुछ समय से हथियार व कारतूस मेरठ और उसके पास के इलाकों से दिल्ली-एनसीआर में लाए जा रहे हैं. जांच के दौरान पुलिस को पता चला था कि गढ़मुक्तेश्वर का रहने वाला कुंवरपाल हथियार लेकर दिल्ली के सुंदर नगरी इलाके में शादाब और शारिक को देने आने वाला है.
सूचना के बाद पुलिस ने शुक्रवार शाम को आरोपी को जल बोर्ड ऑफिस के पास से गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से 5 पिस्टल और 500 कारतूस बरामद हुए. पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह हथियार हसनपुर निवासी प्रदीप से खरीदकर दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई करता था.
10 हजार में पिस्टल खरीदकर 15 हजार में बेचता था
पुलिस की पूछताछ में आरोपी कुंवरपाल ने बताया कि एक जानकार के जरिये उसकी पहचान प्रदीप से हुई. वह प्रदीप से 10 हजार रुपये में पिस्टल खरीदकर 15 हजार रुपये की बेचता था. इसके अलावा .32 बोर का कारतूस 200 रुपये में खरीदकर आगे 300 रुपये में बेचता था, जबकि .315 बोर का कारतूस 150 में खरीदकर 200 रुपये में बेचता था. आरोपी ने बताया कि वह पांच सालों से हथियारों का धंधा कर रहा था.