रांचीः सीएम रघुवर दास ने कहा कि संथाल की भूमि ने झारखंड को तीन मुख्यमंत्री दिए. सभी ने संथालपरगना का विकास न कर खुद का विकास किया. जनहित की इन्हें तनिक भी चिंता नहीं रही. परिवार और वंशवाद की राजनीति करने वालों ने संथालवासियों को भगवान भरोसे छोड़ दिया. लेकिन अब हमें जेएमएम और कांग्रेस के हाथों संथालपरगना को लुटने नहीं देना है. जेएमएम और कांग्रेस ने सिर्फ दुष्प्रचार किया. आपका वोट लिया और खुद करोड़पति बन गए. मौकापरस्तों को आप करारा जवाब 2019 के विधानसभा चुनाव में दें. सभी से अपील करता हूं विकास की पक्षधर, विकास की बात करने वाली, और सतत विकास करने वाली भारतीय जनता पार्टी को चुनें, इसका साथ दें. झारखण्ड में फिर इस बार मजबूत, ईमानदार, निर्णय लेने वाली और स्थिर सरकार बनाएं. मुख्यमंत्री रविवार को साहेबगंज में आयोजित जनसभा में बोल रहे थे.
बंदरगाह बनेगा संथालपरगना की समृद्धि का वाहक
मुख्यमंत्री ने कहा कि साहेबगंज का मल्टी मॉडल प्रोजेक्ट देश और दुनिया में झारखण्ड को नई पहचान देगा. यह पूरा क्षेत्र जल परिवहन का नया विकल्प दे रहा है. विकास की नई संभावनाएं लेकर आया है यह बंदरगाह. हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार के अवसर मिलेंगे. पिछले 5 साल में साहिबगंज के घर-घर तक बिजली, शौचालय, शुद्ध पेयजल पहुंचाने का काम युद्धस्तर पर हो रहा है.
आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़े, इसलिए पेंशन की राशि में इजाफा
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार को हर वर्ग, समुदाय की चिंता है. बेसहारा और असहाय को किसी तरह का आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़े, इसलिए उनके पेंशन की राशि को छह सौ से बढ़ाकर एक हजार रुपए कर दिया गया है. इसमें वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन शामिल है. सरकार का मकसद ऐसे लोगों को सामाजिक सुरक्षा का कवच देना है.
मजदूर से मुख्यमंत्री बना, गरीबों का दर्द समझता हूं
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं एक मजदूर था. मैंने गरीबी करीब से देखी है. मैं गरीबों के दर्द को समझता हूं. मैंने जब मुख्यमंत्री का पद संभाला तो गरीबी खत्म करने का प्रण लिया और पिछले पांच सालों मे अपने कार्यों की बदौलत सफलता भी पाया हूं. यह सच है कि हमारा झारखण्ड बहुत ही समृद्ध राज्य है परंतु यह एक सच्चाई भी है कि समृद्ध राज्य के गोद में गरीबी भी पल रही है. 5 वर्ष में काफी काम गरीबी उन्मूलन को लेकर किए गए हैं. झारखंड को सशक्त और समृद्ध बनाने की ओर तेज गति से प्रयास किए जा रहे हैं. आने वाले 5 वर्षों में राज्य को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में खड़ा करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सबका साथ सबका विकास के मंत्र को चरितार्थ करते हुए सभी वर्गों के लोगों के हितों के लिए कटिबद्ध है.