ब्यूरो चीफ,
रांची: झारखंड राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड (जेबीसीसीएल) ने राजधानी रांची समेत राज्य भर के 59 कंस्ट्रक्शन कंपनियों को काली सूची में डाल दिया है. निगम के कार्यपालक निदेशक अरविंद सिंह के हस्ताक्षर से इन कंपनियों को डीबार करने का कार्यालय आदेश भी जारी किया गया है, जिसमें स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है कि ये कंपनियां अगले आदेश तक किसी भी निविदा में हिस्सा नहीं ले सकती हैं. निगम की तरफ से सिर्फ 2019 में ही 17 कंपनियों को काली सूची में डाला गया है. 13 कंपनियों को सरकार ने डीबार मुक्त भी कर दिया है. इन कंपनियों द्वारा अस्पताल, कालेज परिसर का निर्माण, भवन बनाने से लेकर कई परियोजनाएं दी गयी थीं. पर सभी कंपनियों ने अब तक अपना काम पूरा नहीं किया है.
स्वामी विवेकानंद की मूर्ति स्थापित करने का काम करनेवाली भी काली सूची में
राजधानी के बड़ा तालाब में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति स्थापित करने का काम कर रही रांची के उर्मिला आरसीपी प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कडरू को भी निगम ने डीबार कर रखा है. इस कंपनी को 70 करोड़ की लागत से स्वामी विवेकानंद की मूर्ति स्थापित करने का काम मिला था. इस परियोजना के प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसलटेंट मेकॉन लिमिटेड ने भी कांट्रैक्टर कंपनी के कार्यकलापों पर नाराजगी जाहिर की थी. 12.1.2018 को मुख्यमंत्री ने अस्थायी निर्माण का उदघाटन भी किया था. 2.12.2017 को बड़ा तालाब में स्वामी जी के मूर्ति की स्थापना से लेकर अन्य काम पूरा हो जाना था. यह अब तक पूरा नहीं हो पाया है.
जेएसबीसीसीएल की तरफ से जिन कंपनियों को किया गया डीबार
कॉन्ट्रैक्टर, कंपनी का नाम | डीबार करने की तिथि |
रामाकांत सिंह, मांडर रांची | 10.6.2019 |
श्रीराम कंस्ट्रक्शन, मोरहाबादी
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10.6.2019 |
साईं राम कंस्ट्रक्शन, रांची
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10.6.2019 |
वाडिया टेक्नो इंजीनियरिंग, कोलकाता
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10.6.2019 |
एसएसपी एसोसिएट्स, दुर्गापुर
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10.5.2019 |
रीया इंटरप्राइजेज, रांची
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10.5.2019 |
रीतेश कुमार सिंह, पलामू
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10.5.2019 |
गुप्ता कंस्ट्रक्शन रातू, रांची
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9.4.2019 |
डीके इंटरप्राइजेज
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9.4.2019 |
मां अंबिका कंस्ट्रक्शन, रांची
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9.4.2019 |
अमोद कुमार पांडेय, रांची
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9.4.2019 |
छोटेलाल कंस्ट्रक्शन, हजारीबाग
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8.3.2019 |