प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अपने दूसरे कार्यकाल में रविवार को चौथी बार ‘मन की बात’ (Man ki Baat) कार्यक्रम के जरिए लोगों को संबोधित किया. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में दिवाली पर पटाखे छोड़ने के दौरान दूसरों की परेशानियों का ख्याल रखने की अपील की. उन्होंने कहा कि आगामी दो अक्टूबर को सभी देशवासी सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ देशव्यापी अभियान का हिस्सा बनें.
ई-सिगरेट के खतरे के प्रति किया सचेत
प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं को ई-सिगरेट के खतरे बताए और तंबाकू सेवन छोड़ने की अपील की. उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी देश का भविष्य है जिसको नशे से बचाने के लिए सरकार ने ई-सिगरेट पर प्रतिबंध लगाया है. अधिकांश लोगों को ई-सिगरेट के खतरे के बारे में जानकारी नहीं है जबकि यह स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है. ई-सिगरेट में कई खतरनाक केमिकल मिलाए जाते हैं. उन्होंने कहा कि मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि तंबाकू का नशा छोड़ दें और ई-सिगरेट के बारे में कोई भी गलतफहमी नहीं पालें.
सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति का लें संकल्प
प्रधानमंत्री मोदी ने महात्मा गांधी की 150वीं जन्म जयंती पर स्वच्छता का संकल्प लेने और सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ चलाए जाने वाले अभियान में शामिल होने की अपील की. उन्होंने कहा कि आज जब हम बापू की 150वीं जयंती मना रहे हैं तो इसके साथ साथ सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त होने का भी संकल्प लें. पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भारत पूरी दुनिया में जिस तरह उल्लेखनीय काम किया है. उससे विश्व की नजरें हमारी ओर हैं. मुझे यकीन है कि आप सभी दो अक्टूबर को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति के लिए चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा बनेंगे.
देश की एकता के लिए हमें दौड़ना है
पीएम मोदी ने सरदार पटेल की जयंति का उल्लेख करते हुए कहा कि आने वाले 31 अक्टूबर को हमें देश की एकता के लिए दौड़ लगाना है. उन्होंने कहा कि 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती है. ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ हम सभी का सपना है. इसी के मद्देनजर 31 अक्टूबर को पूरे देश में रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया जा रहा है. सभी देश वासियों से अपील है कि इसके लिए आप अभी से तैयारियां शुरू कर दीजिए. हिंदुस्तान के गांवों, स्कूलों, कॉलेजों सभी जगहों पर सभी को देश की एकता और अखंडता के लिए दौड़ना है.
जरूरतमंद लोगों की मदद की अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को नवरात्रि, दुर्गापूजा, दशहरा, दीवाली, भैया-दूज, छठ पूजा समेत सभी त्योहारों की शुभकानाएं दी. उन्होंने कहा कि त्योहारों के दौरान कुछ लोगों के घर खुशियों से भरे होंगे लेकिन हमारे आस-पास ढेर सारे ऐसे लोग हैं जो इन त्योहारों की खुशियों से वंचित रह जाते हैं. इसे ‘चिराग तले अंधेरा’ कहते हैं. एक ओर कुछ घर रोशनी से जगमगाते हैं, तो दूसरी ओर कुछ लोगों के घरों में अंधेरा होता है. कुछ घरों में मिठाइयां खराब हो रही होती हैं तो कुछ घरों में बच्चे मिठाई के लिए तरसते हैं. क्या इस बार, त्योहारों पर पूरी जागरूकता और संकल्प के साथ इस चिराग तले अंधेरे को हम मिटा सकते हैं. आइये हम वहां भी खुशियां बांटे जहां अभाव है.
देश को सिस्टर मरियम थ्रेसिया पर गर्व
प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों की सेवा के लिए सिस्टर मरियम थ्रेसिया के उल्लेखनीय कार्यों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि भारत ऐसे असाधारण लोगों की जन्मभूमि और कर्मभूमि रहा है जो अपने लिए नहीं, औरों के लिए जीते हैं. देश को मरियम थ्रेसिया पर गर्व है. सिस्टर थ्रेसिया ने 50 साल के अपने छोटे से जीवनकाल में मानवता की भलाई के लिए जो काम किए हैं वो विश्व के लिए मिसाल हैं. प्रधानमंत्री ने बताया कि मरियम थ्रेसिया के महान कार्यों के लिए वेटिकन सिटी उन्हें सम्मानित करने जा रहा है. आने वाले 13 अक्टूबर को पोप फ्रांसिस मरियम थ्रेसिया को संत घोषित करेंगे. यह सम्मान हर भारतीय के लिए गर्व की बात है.
जीवन में हार-जीत मायने नहीं रखती
प्रधानमंत्री ने रूसी टेनिस खिलाड़ी देनिल मेदवेदेव के हौसले की तारीफ की और उनको युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बताया. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार यूएस ओपन टूर्नामेंट में जीत के जितने चर्चे नहीं थे उससे कहीं ज्यादा रनर अप रहे डेनियल मेदवेदेव के भाषण के थे. यह स्पीच सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. महज 23 साल के मेदवेदेव की सादगी और परिपक्वता ने दुनिया में हर व्यक्ति को प्रभावित किया. पीएम मोदी ने कहा कि मेदवेदेव का हौसला काबिल-ए-तारीफ है. जीवन में हार-जीत मायने नहीं रखती है. मेदवेदेव के हौसले ने दुनिया का दिल जीता.
लता मंगेशकर से किया यह वादा
कार्यक्रम के प्रसारण की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी ने लता मंगेशकर से टेलीफोन पर हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग सुनाई. प्रधानमंत्री ने प्रख्यात गायिका लता मंगेशकर को उनके जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. प्रधानमंत्री ने कहा कि लता दीदी उम्र के इस पड़ाव में भी काफी सक्रिय हैं. उनकी विनम्रता नई पीढ़ी के लिए एक सीख है. पीएम मोदी ने लता मंगेशकर से वादा किया कि अगली बार जब वह मुंबई आएंगे तो वह उनके घर आएंगे और वहां गुजराती व्यंजनों का लुत्फ उठाएंगे. प्रधानमंत्री ने लता मंगेशकर से कहा कि आप उम्र में भी बड़ी हैं और काम से बड़ी हैं. वहीं लता मंगेशकर ने कहा कि आपके आने से देश तेजी से आगे बढ़ रहा है.
बेटियों के सम्मान में करें कार्यक्रमों का आयोजन
प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से अपील की कि इस बार त्यौहारों पर वे बेटियों के सम्मान में कार्यक्रमों का आयोजन करें. उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में बेटियों को लक्ष्मी माना गया है क्योंकि बेटियां सौभाग्य और समृद्धि लाती हैं. क्या इस बार हम अपने समाज में, गांवों में, शहरों में बेटियों के सम्मान के कार्यक्रमों का आयोजन कर सकते हैं. यही नहीं प्रधानमंत्री ने स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम कर रहे युवा रिपुदमन बेल्वी से भी टेलिफोन पर बात की और उनके कार्यों की सराहना की. प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों से भी आग्रह कि वे परीक्षा के दौरान होने वाले स्ट्रेस और इससे निपटने के अनुभवों को लिखें। यही नहीं उन्होंने ने लोगों से पर्यटन की अपील करते हुए इस क्षेत्र की रैंकिंग में आए सुधार के बारे में भी जानकारी दी.