खूंटि: विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही सभी राजनीतिक दल अपने-अपने तरीके से मतदाताओं को एकजुट करने में जुटे हैं. जगह-जगह राजनीतिक सभा सम्मेलन आयोजित किये जा रहे हैं. वहीं खूंटी जिले के दो विधानसभा क्षेत्र खूंटी और तोरपा विधानसभा में भी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनीतिक दलों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है.
तोरपा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा सांस्कृतिक पुनर्जागरण कार्यक्रम के बहाने राजनीतिक पुनर्जागरण करने में जुटी है. हाल के दिनों में आदिवासी मसलों को दरकिनार कर भाजपा ने आदिवासी मूलवासियों से अपनी दूरी बना ली थी और क्षेत्रीय दलों के लिए राह आसान कर दी थी, लेकिन समय रहते भाजपा अपनी सूखी जमीन को सींचकर तोरपा विधानसभा में कमल फूल खिलाने में पूरी तरह जुट गई है.
अपने आदिवासी मतदाताओं के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर एकजुट करने में लगी है. तोरपा विधानसभा के बिकवादाग मंडा बगीचा में भाजपा के पूर्व विधायक कोचे मुंडा सरना सनातन सेवा समिति के बैनर तले कार्यक्रम का आयोजन किया.
मुंडा, पहान और सरना समाज के धर्मगुरुओं को पारंपरिक तरीके से पाद-प्रच्छालन कर पगड़ी और धोती देकर सम्मानित किया. आदिवासी महिलाएं परंपरागत परिधान में पूर्व विधायक कोचे मुंडा, भाजपा नेता और जिला परिषद अध्य्क्ष जोनिका गुड़िया का पारंपरिक तरीके से आदिवासी नाच गान के साथ आवभगत किया.
बिकवादाग में आयोजित सरना पुनर्जागरण कार्यक्रम में जिला परिषद अध्य्क्ष जोनिका गुड़िया, कृपा सिंधु बेहरा, लक्ष्मण पहान, सनिका मुंडा, चंदा पहान, चंगेज पहान, मनु मुंडा, समेत तोरपा के मुंडा, मानकी और पहान उपस्थित थे. सरना पुनर्जागरण कार्यक्रम के बहाने भाजपा सरकार से बढ़ती दूरी को पाटने का काम कर रही है. शायद यही सामाजिक पुनर्जागरण आगामी विधानसभा चुनाव में राजनीतिक पुनर्जागरण साबित हो.