खास बातें :-
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जल, जंगल और जमीन की बात करनेवालों ने झारखण्ड को गरीब रखा
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6 राज्यों की भाजपा की पहुंच अब 17 राज्य तक दिखाई दी
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56 दिनों में 7 करोड़ कार्यकर्ता भाजपा के बने
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राजनीति की संस्कृति को हमने बदला
रांचीः भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि एक समय था, जब देश में जाति के आधार पर पार्टी का गठबंधन होता था. लेकिन नरेंद्र मोदी ने इस संस्कृति को बदला. विकास की संस्कृति सामने आई और हमने सबका साथ, सबका विकास को हकीकत में बदल दिया. यही परिवर्तन है. हम सभी गौरवान्वित हैं कि हम भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं, जिसका लोकसभा से लेकर पंचायत स्तर तक नेतृत्व है. आज जिस विचारधारा पर भाजपा कार्य कर रही है, वह दुनिया में यशस्वी हो रहा है. क्योंकि हमारी नीति और नियत साफ है. नड्डा शुक्रवार को हजारीबाग में आयोजित उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल स्तरीय बूथ सह कार्यकर्ता सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे.
जल, जंगल और जमीन की बात करनेवालों ने झारखण्ड को गरीब रखा
राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि झारखंड में जल, जंगल और जमीन की बात करने वालों ने ही झारखण्ड को गरीब रखा. अब यहां महिलाओं, किसानों, गांव की समृद्धि की बात होती है सिर्फ बात ही नहीं होती बल्कि उनके लिए कार्य भी होता है. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की तर्ज पर मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के तहत 5 से 25 हजार रुपये कृषि कार्य हेतु प्रदान करना, आयुष्मान भारत योजना से राज्य के 57 लाख परिवार को जोड़ना, सखी मंडल का गठन, उज्ज्वला योजना के तहत चूल्हा और दूसरा रिफिल मुफ्त देना, 1 रुपये में महिलाओं के नाम संपत्ति का निबंधन बदलाव का सूचक है.
आप बूथ संभालों, लोग वोट देना चाहते हैं
नड्डा ने कहा कि कार्यकर्ताओं का जुनून और पार्टी के प्रति समर्पण के भाव से हमने 2014 में 282 लोकसभा सीट का आंकड़ा पार कर 303 तक पहुंचे, 6 राज्यों की भाजपा की पहुंच 17 राज्य तक दिखाई दी. 2019 में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रमंडल की 23 विधानसभा में हमें सभी सीटों पर जीत दर्ज करना है. आप सभी कार्यकर्ता अपने अपने बूथ को संभालने का कार्य करें. लोग वोट देना चाहते हैं. मुझे विश्वास है आप सभी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे.
56 दिनों में 7 करोड़ कार्यकर्ता भाजपा के बने
सरकार गठन के बाद सदस्यता अभियान चलाया गया इस अभियान के तहत 56 दिनों में भाजपा के सदस्यों की संख्या 11 करोड़ से 17 करोड़ हो गई. इन 56 दिनों में 1 लाख 85 हजार कार्यकर्ताओं ने नए सदस्य जोड़े हैं. हम सौभाग्यशाली हैं कि हम सभी भाजपा के सदस्य हैं. जेपी नड्डा ने बताया कि 10 करोड़, 74 लाख परिवार और 50 करोड़ लोग आयुष्मान भारत से जुड़ चुके हैं, 14 करोड़ किसानों को 87 करोड़ की राशि कृषि सम्मान निधि योजना के तहत प्रदान की गई, 14 करोड़ किसानों का 3 हाजर रूपये का पेंशन, 2 करोड़ खुदरा दुकानदारों का 3 हजार रुपये का पेंशन सुनिश्चित हुआ. 8 करोड़ महिलाओं को गैस सिलिंडर देकर उन्हें धुआं से मुक्त किया गया. यह है बदलते भारत की तस्वीर. आप कार्यकर्ताओं की यह महती जिम्मेदारी है कि इन बातों को बूथ स्तर तक ले कर जाएं.
अब दिल्ली से चला एक रुपया लाभुकों तक पहुंचता हैः सीएम
सीएम रघुवर दास ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी कहते थे कि दिल्ली से चला एक रुपया गरीबों तक आते आते 15 पैसा रह जाता है. लेकिन अब ऐसा नहीं होता. यह भ्रष्टाचारी कांग्रेस की सरकार नहीं है. यह भाजपा की सरकार है. अब दिल्ली से चला पूरा का पूरा एक रुपया लाभुकों तक पहुंच रहा है. यह है सुशासन. कांग्रेस जैसा कुशासन नहीं. यह वही कांग्रेस है जिसने झारखण्ड को प्रयोगशाला बनाकर कई घोटाले किये. लेकिन राज्य के जनता ने 5 वर्ष पूर्व एक मजबूत सरकार का निर्माण किया. एक बेदाग सरकार आज जनता की बदौलत है.
सेवा की राजनीति हमें करनी है 65 पार जाना है
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 2014 से भी प्रचंड जीत दर्ज की. झारखण्ड में भी तमाम विश्लेषण को नकारते हुए हम 14 में से 12 सीट पर विजयी रहे. यह संभव हुआ मेहनतकश कार्यकर्ताओं के बदौलत. अब 2019 विधानसभा चुनाव में भी वही समर्पण और ईमानदारी हम सभी कार्यकर्ताओं को दिखानी होगी. हमें सेवा की राजनीति करते हुए 65 पार जाना है. वर्षों तक भ्रष्टाचार के लिए जाना जाता था. राजनीतिक अस्थिरता थी. लेकिन अब एक स्थिर सरकार है. 2014 के बाद भ्रष्टाचार का एक भी आरोप सरकार पर नहीं लगा. आज पूरे देश में डबल इंजन की सरकार की चर्चा हो रही है.
भाजपा का एक कार्यकर्ता बन सकता है प्रधानमंत्री
भाजपा में शीर्ष तक पहुंचने के लिए कार्यकर्ताओं को खास खानदान में जन्म लेने की जरूरत नहीं. एक गरीब परिवार का सदस्य भी प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री बन सकता है. लेकिन अन्य दल में यह नहीं है. पार्टी के शीर्ष तक जाने के लिए खास खानदान में जन्म लेने की आवश्यकता पड़ेगी. भाजपा में वंशवाद, परिवाद और संप्रदाय वाद की राजनीति नहीं होती. हम विकास की राजनीति के पक्षधर हैं.