हजारीबाग: राष्ट्रीय स्वंयसेवक हजारीबाग नगर निकाय ने मंगलवार को विजयादशमी उत्सव मटवारी स्थित गांधी मैदान में मनाया. भारत माता संघ के संस्थापक डा. हेडगेवार के चित्रों पर माल्र्यापण के बाद शस्त्र पूजन किया गया. बतौर मुख्य वक्ता जिला संघचालक ज्ञानचंद प्रसाद मेहता विजयादशमी उत्सव में शामिल हुए. गणवेश में शामिल स्वंयसेवकों ने सामूहिक रुप से शस्त्र पूजन कर विजयादशमी उत्सव मनाया. विधिवत मैदान में शाखा लगी और ध्वजप्रणाम के बाद बौद्धिक हुआ. बतौर मुख्य वक्ता जिला संघचालक ज्ञान चंद्र प्रसाद मेहता ने संबोधित करते हुए कहा कि आज के दिन हीं 1925 में संघ का स्थापना हुआ था. विजयादशमी के दिन लगाया गया नन्हा पौधा आज वटवृक्ष बन गया है. इसकी 108 अनुषंगिक इकाई काम करती है और हमारा काम विश्व के 75 देशों में संचालित है. आपदा राहत कार्य हो या फिर देश पर दुश्मनों का आक्रमण हो. संघ ने कदम से कदम मिलाकर देश सेवा की और स्वंयसेवकों ने देश की रक्षा के लिए अपनी आहुति दी.
उन्होंने बताया कि संघ के स्थापना के पीछे हिंदूओं का संगठन और अखंड भारत का स्थापना करता था. भारतीय मान बिंदूओं और संस्कृति को संरक्षित करने के उद्देश्य से नागपूर के मोहिते बाड़ा में डा. केशव बलिराम हेडगेवार ने चार बच्चों के साथ मिलकर इसकी स्थापना की थी. आज विश्व की सबसे बड़ी संगठन के रुप में आरएसएस की पहचान है और हमारी संगठन क्षमता को दुनिया लोहा मानती है. प्रार्थना के बाद विजयादशमी समारोह का समापन हुआ. समापन के उपरांत स्वंयसेवकों में मिठाई का वितरण किया गया. समारोह में पूर्व विभाग संघचालाक गंगाधर दूबे, जिला कार्यवाह डा. प्रदीप प्रसाद, नगर कार्यवाह विकास कुमार, संजय चौबे, पूर्व प्रांत कार्यवाह नवल किशोर कर्ण, शैलेंद्र गुप्ता सहित अन्य स्वंयसेवक उपस्थित थे.