कर्मवीर,
रांचीः झारखंड में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की ओर से विभिन्न स्तरों पर तैयारी शुरू हो गई है. एफएलसी यानी फर्स्ट लेवल चेकिंग के तहत इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन, ईवीएम और वीवीपैट की जांच कर ली गई है.
शनिवार को मतदाता सूची का होगा प्रकाशन
निर्वाचन आयोग के निर्देश पर शनिवार को पुनरीक्षित मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा. इस संबंध में तैयारी पूरी कर ली गई है. आयोग से निर्देश आते ही मंत्रिमंडल निर्वाचन विभाग की ओर से सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारी को सूची जारी करने का आदेश निर्गत कर दिया जायेगा.
15 अक्टूबर को रिटर्निंग ऑफिसर की मीटिंग
विधानसभा चुनाव के सफल संचालन के लिए निर्वाचन आयोग और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय एक साथ तैयारियों में जूटा है. इस सिलसिले में अगामी 15 अक्टूबर को नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक होगी. जिसमें राज्य के सभी रिटर्निंग ऑफिसर शामिल होंगे. इस दौरान उन्हें चुनाव से सम्बंधित ट्रेनिंग दी जाएगी.
रांची में चल रही है ट्रेनिंग
चुनाव तैयारियों को लेकर रांची के एटीआई सभगार में इन दिनों असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर की ट्रेनिंग चल रही है. ट्रेनिंग की शुरुआत 30 सितंबर को हुई थी. यह ट्रेनिंग आगामी 19 अक्टूबर तक चलेगी. ट्रेनिंग के बाद सभी असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर अपने-अपने जिलों में जगरूकता कार्यक्रम चलाएंगे.
14 को राजनीतिक दलों के साथ होगी बैठक
आगामी 14 अक्टूबर यानी सोमवार को रांची में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में विभिन्न राजनीतिक दलो के प्रतिनिधियों के साथ बैठक होगी. इस दौरान उन्हें VVPAT और EVM से जुड़ी जानकारियां दी जाएंगी. राजनीतिक दलों के शंकाओं के निवारण का प्रयास किया जाएगा. इस कार्यक्रम के बाद मीडिया के लिए भी वर्कशॉप आयोजित किया जाएगा.
पोस्टर और वीडियो फिल्म के माध्यम से चलाया जाएगा जागरूकता अभियान
विधानसभा चुनाव में वोटिंग परसेंट को बढ़ाने का निर्वाचन विभाग का विशेष फ़ोकस है. इस दिशा में जन जागरूकता को लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय पूरी तरह से तैयार है.अगले दो-चार दिनों में राज्य के विभिन्न चौक चौराहों पर जगरूकता से जुड़े बैनर और पोस्टर दिखने लगेंगे. इनके माध्यम से लोगों को बताया जाएगा की वे लोकतंत्र में महापर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले. निर्वाचन विभाग का प्रयास है कि सिनेमाघरों और मल्टीप्लेक्सों में भी वीडियो क्लिप के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जाए.