मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक एक हफ्ते पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के जलगांव से अपने चुनाव प्रचार का आगाज किया. पीएम ने कहा कि नए भारत का नया जोश दुनिया को दिखने लगा है. उन्होंने कहा कि आपभी अनुभव करने लगे हैं पर पहले ऐसा होता था क्या? यह मोदी के कारण नहीं आप लोगों के वोट के कारण हो रहा है. आपने जाति, धर्म, संप्रदाय से ऊपर उठकर एक निर्णायक जनादेश दिया है, उसने भारत की छवि में चार चांद लगाए हैं. इसी जनादेश का परिणाम है कि आज भारत की आवाज दुनिया की हर बड़ी ताकत मजबूती से सुन रही है. विश्व का हर देश, हर क्षेत्र आज भारत के साथ खड़ा दिखता है. भारत के साथ मिलकर आगे बढ़ने के लिए उत्साहित है.
पीएम ने कहा कि आज मैं विरोधियों को चुनौती देता हूं कि अगर आपमें हिम्मत है तो इस चुनाव में स्पष्ट स्टैंड लेकर सामने आएं. अगर आपमें हिम्मत हैं तो इस चुनाव में और आने वाले चुनावों में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के विषय में अनाप-शनाप बातें करने वाले लोग चुनाव घोषणापत्र में ऐलान करें कि वे 370 और 35A को वापस लाएंगे. विरोधियों में हिम्मत है तो ऐलान करें कि 5 अगस्त के निर्णय को बदल देंगे वर्ना ये घड़ियाली आंसू बहाना बंद करें.
तीन तलाक पर कांग्रेस समेत तमाम दलों ने कोशिशें की लेकिन हमने मुस्लिम माताओं-बहनों को जो वादा किया था, उसे निभाया. हमारे संकल्प और उनकी सिद्धि ही हमारे संस्कार हैं. मैं इसमें भी विरोधी दलों को चुनौती देता हूं कि आपमें हिम्मत है तो घोषणा करें कि फिर से तीन तलाक का कानून लाएंगे. विरोधी नहीं करेंगे क्योंकि उन्हें पता है कि तीन तलाक के कारण सिर्फ मुस्लिम माताओं-बहनों को ही हक नहीं मिला, मुस्लिम पुरुष पिता और भाई भी है. भाई और पिता के नाते मुस्लिम पुरुषों को यह कानून सही लगता है.
पीएम ने कहा कि 5 अगस्त को आपकी भावना के अनुरूप बीजेपी-एनडीए सरकार ने अभूतपूर्व फैसला लिया, जिसके बारे में सोचना तक पहले असंभव लगता था. एक ऐसी स्थिति जिसमें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के गरीबी, बहन-बेटियों, दलितों, शोषितों के विकास की संभावनाएं नहीं के बराबर थीं. आज जब हम वाल्मीकि जयंती मना रहे हैं. 70 साल हो गए, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख में रहने वाले वाल्मीकि समुदाय के लोगों को मानवाधिकारों से वंचित कर दिया गया था.
एक ही स्थिति में केवल अलगाववाद का विस्तार हो रहा था. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हमारे लिए सिर्फ जमीन का टुकड़ा नहीं है, भारत का मस्तक है. वहां का समूचा जीवन, कण-कण भारत की सोच और शक्ति को मजबूत करता है. अब आस-पड़ोस की नापाक शक्तियों की गिद्ध दृष्टि को जम्मू-कश्मीर की शांति भंग करने और वहां खून-खराबा करा रही थी और तब हमने सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक कदम उठाए.