ब्यूरो चीफ,
रांची: झारखंड के प्रतिष्ठित बीआइटी सिंदरी इंजीनियरिंग कॉलेज, यूसेट हजारीबाग समेत 16 इंजीनियरिंग कॉलेजों के लिए अब छात्र नहीं मिल रहे हैं. बीआइटी सिंदरी में 31 जुलाई के बाद से 115 सीटें खाली ही हैं. यूसेट हजारीबाग में 240 सीटें खाली हैं. पीपीपी मोड़ पर चलनेवाले रामगढ़, दुमका और चाईबासा इंजीनियरिंग कालेजों समेत अन्य 12 निजी इंजीनियरिंग कालेजों की 50 फीसदी सीटें अब भी खाली रह गयी हैं. इंजीनियरिंग की राज्य भर में 52 सौ से अधिक सीटों पर प्रत्येक वर्ष नामांकन होता है. इस बार राज्य सरकार ने जेईई मेंस 2019 की रैंकिंग के आधार पर मेधा सूची तैयार कर काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी की. ऑनलाइन काउंसलिंग के दौर में बीआइटी सिंदरी में 49 चयनित छात्रों को यह कहते हुए हटा दिया गया कि उनका नामांकन ऑर्डर गलत तरीके से निकल गया है. इसके बाद मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा. मेधा सूची के निर्माण से लेकर अन्य मामलों पर दायर याचिका हाईकोर्ट में लंबित है. सरकार शपथ पत्र दायर कर बता चुकी है कि 50 फीसदी सीटें खाली रह गयी हैं.
31 जुलाई तक सभी राज्यों में एडमिशन की प्रक्रिया पूरा करने का था निर्देश
सर्वोच्च न्यायालय ने सभी राज्यों को एक अगस्त तक शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए 31 जुलाई तक नामांकन की प्रक्रिया पूरा करने का आदेश दिया था. राज्य का सबसे प्रीमियर शैक्षणिक संस्थान BIT सिंदरी के 680 सीटों में से अब भी 115 से 160 सीटें खाली हैं. यूसेट हजारीबाग की 540 में से 240 सीटें खाली रह गयीं. वहीं तीन राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज दुमका, रामगढ़ और चाईबासा की 900 में से 50 फीसदी सीटें भी नहीं भर पायी हैं. कमोबेश यही स्थिति राज्य में स्थापित 12 निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों की भी है. BIT सिंदरी के निदेशक डीके सिंह ने बताया कि हमारे यहां 115 सीटें खाली हैं. उनके अनुसार 12 अगस्त तक 200 सीटें खाली पड़ी थीं. इस पर JCECEB के अधिकारियों का कहना है कि BIT में सभी ट्रेडों की 160 सीटें खाली रह गयी हैं. राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज रामगढ़ में तीन सौ सीटों में से 110 से अधिक सीटें खाली हैं. राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज दुमका में 150 सीटें खाली हैं, वहीं चाईबासा में 195 सीटें अब भी खाली हैं. रामगढ़, दुमका और चाईबासा इंजीनियरिंग कॉलेज को पीपीपी मोड़ पर कोलकाता की कंपनी टेक्नो इंडिया चला रही है. राज्य सरकार की फ्री सीटें भी यहां भर नहीं पायी है.
राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों की स्थिति :
इंजीनियरिंग कॉलेज | कुल सीटें | खाली रह गयी सीटें |
बीआइटी सिंदरी | 680 | 115-160 |
यूसेट हजारीबाग | 540 | 240 |
सीआइटी टाटीसिलवे | 390 | 195 |
रामगढ़ इंजीनियरिंग कॉलेज | 300 | 140 |
दुमका इंजीनियरिंग कॉलेज | 300 | 150 |
चाईबासा इंजीनियरिंग कॉलेज | 300 | 195 |
बीए कालेज ऑफ इंजीनियरिंग | ____ | ____ |
नीलय एजुकेशनल ट्रस्ट | 540 | जानकारी नहीं |
गुरु गोविंद सिंह एजु. सोसाइटी | 360 | 180 |
केके कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग | 420 | ____ |
मेरीलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाजी | 225 | 120 |
रामचंद्र चंद्रवंशी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाजी | 300 | 150-180 |
आरटीसी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालाजी | 360 | 40-50 % |
आरवीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग | 540 | 200 से अधिक |