धनबाद: झारखंड मुक्ति मोर्चा झारखंड को अपनी जागीर समझता है. जेएमएम के सभी पदों में परिवार वाले ही विराजमान हैं. आदिवासियों, मूलवासियों, स्थानीय की बात करने वाली जेएमएम बताए कि उसने इनके लिए क्या किया. झारखंड आंदोलन में साथ रहे स्व विनोद बिहारी महतो व अन्य शहीद आंदोलनकारियों के लिए क्या किया, कुछ नहीं. लेकिन भाजपा की सरकार ने आदिवासियों-मूलवासियों के लिए स्थानीय नीति परिभाषित की. युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए. स्थानीय नीति के नाम पर जेएमएम राजनीति करता रहा और यहां के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया. भाजपा की सरकार ने विनोद बिहारी महतो के नाम पर यूनिवर्सिटी बना रही है. शहीदों को सम्मान दे रही है, जिसे जेएमएम ने भुला दिया. जबकि गुरुजी तीन बार मुख्यमंत्री और बेटा भी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री बना. जेएमएम ने जरूर एक काम किया और वो है आदिवासियों की जमीन लूटने का. उसने आदिवासियों की जमीन कानून का उल्लंघन कर लूट लिया. आदिवासियों की जमीन को बचाने की बात करने वाले ने ही लूट ली उनकी जमीन. सरकार आदिवासियों की लूटी गई जमीन का हिसाब करेगी. सीएम गुरुवार को धनबाद के गोधर में आयोजित जनसभा में बोल रहे थे.
लाल झंडा वाले चाहते हैं गरीबी रहे
लाल झंडा वाले मजदूरों की बात करते हैं, लेकिन उनका विकास नहीं चाहते. निरसा में भी लाल झंडा वाले चाहते हैं कि यहां गरीबी बरकरार रहे. क्यों बंद हैं निरसा के भट्ठे. आने वाले दिनों में डबल इंजन की सरकार बनते ही इन बंद भठ्ठों को कोयला उपलब्ध करा प्रारंभ कराया जाएगा. ताकि रोजगार का सृजन हो सके.
धनबाद के प्रति प्रतिबद्ध होकर काम किया
विगत 5 वर्ष तक धनबाद व झारखण्ड के प्रति प्रतिबद्ध होकर सरकार ने काम किया है. निर्वाचित जन प्रतिनिधियों की संवेदनशीलता हमेशा नजर आई, जिसका परिणाम है विकास की ओर उन्मुख धनबाद और झारखण्ड. मैंने टाटा स्टील में भी मजदूरी की और विगत 5 साल से राज्य की मजदूरी कर रहा हूं. आज वही मजदूर आप सभी से अपनी पगार के तौर पर आपका आशीर्वाद मांगने आया है.