तेल अवीव/रांची: हमें क्या पता था आधुनिक खेती कैसे और क्या होती है हम तो परंपरागत ढंग से अब तक खेती करते आ रहे थे. सरकार ने हमें इजराइल भेज कर आधुनिक खेती की जानकारी दिलवायी. अपने कृषक मित्रों को भी इन पद्धतियों को अपनाने की सलाह दूंगा, ताकि वे कम पानी में अधिक उत्पादन कर सकें. यह खूंटी के किसान तुलसी महतो के विचार हैं, जो इन दिनों इजरायल गये हुए हैं. पाकुड़ डीसी के नेतृत्व में 24 सदस्यीय किसानों के दल के साथ इजराइल दौरे पर है.
उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने बताया को दौरे के तीसरे दिन नारंगी के खेतों का दौरा किया. किसान जैकब शेमेश अपने खेत में विभिन्न प्रकार के नारंगी समेत अन्य खट्टे फलों का उत्पादन कर रहें हैं. वे नारंगी के ओआरआई, नई होली और मैंडरेन विकसित कर मुनाफा कमा रहें हैं. 20 हेक्टेयर क्षेत्र में उत्पादन कर प्रति हेक्टेयर 20 हजार डॉलर शुद्ध लाभ प्राप्त कर रहें हैं. इसके बाद दल ने जैकब शेमेश की फसल पैकेजिंग यूनिट को देखा. किसानों ने वहां खट्टे फलों फलों की सफाई, शॉर्टिंग, वैक्सिंग, ग्रेडिंग और पैकेजिंग देखा. नारंगी के खेत देखने के बाद किसानों ने लिहू नामक किसान के खेत का दौरा किया. लिहू 25 हेक्टेयर भूमि पर अनार की खेती कर रहें हैं. किसानों ने खुबानी और सतालू की खेती की प्रक्रिया भी देखी.