रांचीः राजधानी रांची में मर्डर का शतक पूरा हो गया है. जनवरी से लेकर 21 अक्तूबर तक राजधानी और आस-पास के क्षेत्रों में 108 मर्डर हो चुके हैं. 14 अक्तूबर को दोपहर डेढ़ बजे लालपुर स्थित गहना घर ज्वेलरी शॉप में अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की. वह भी लालपुर थाने से महज 500 मीटर की दूरी में अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया और फिल्मी स्टाइल में आराम से निकलते बने. इस घटना में दो सगे भाई रोहित खिरवाल और राहुल खिरवाल को गोली लगी. फिलहाल इनका इलाज दिल्ली में चल रहा है. घटना के 170 घंटे बीत जाने के बाद भी अपराधियों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है. पुलिस प्रशासन सिर्फ लाठी ही पीट रही है. अब इस घटना के विरोध में झारखंड चैंबर के बैनर तले व्यवसायी भी आंदोलन में कूद गए हैं.
राजधानी में मर्डर, दुष्कर्म, अपहरण, डकैती व नक्सल की हो चुकी हैं 369 घटनाएं
जनवरी से लेकर 21 अक्तूबर तक राजधानी में मर्डर, दुष्कर्म, अपहरण, डकैती व नक्सल की 369 घटनाएं हो चुकी है. मर्डर की 107, दुष्कर्म की 108, अपहरण की 134, डकैती की चार और नक्सल की 16 घटनाएं हो चुकी हैं. वहीं रांची पुलिस के अनुसार जनवरी से अब तक 2248 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. अपराधियों से 82 हथियार भी बरामद किए गए हैं. जिसमें एके 47, एके 56 सहित अन्य हथियार शामिल हैं. नक्सली संगठनों के 11 उग्रवादियों को भी गिरफ्तार किया है.
एसआइटी का भी किया गया है गठन
चोरी की घटनाओं पर रोक थाम के लिए एसआइटी का भी किया गया है. एसआइटी में डीएसपी रैंक के तीन अफसर और इंस्पेक्टर रैंक के चार पुलिस अधिकारी के अलावा तकनीकी शाखा की टीम को शामिल किया गया है. एसएसपी ने राजधानी और आसपास के इलाकों में लगभग 300 चोरों की सूची भी तैयार की है. एसआइटी लिस्ट में शामिल लोगों का सत्यापन संबंधित थाना के पुलिस बल करेंगे.