रांची: राज्य में बढ़ती आपराधिक घटनाओं के विरोध में सोमवार को झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स के आह्वान पर सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान दोपहर दो बजे तक बंद रहे.
रांची के लालपुर स्थित जेवर व्यवसायी गहना घर में दिनदहाड़े गोली कांड के 7 दिन गुजर जाने के बाद भी पुलिस ने अबतक किसी अपराधी को गिरफ्तार नहीं किया है. पुलिस की इस तरह की कार्यशैली से व्यापारी वर्ग काफी आक्रोशित हैं.
व्यापारियों ने विरोध स्वरूप अपनी अपनी दुकानें दोपहर दो बजे तक बंद रखी. इससे पहले राजधानी रांची के व्यवसायी अल्बर्ट एक्का चौक के पास एकत्रित हुए और सरकार तथा पुलिस प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. व्यवसायियों का गुस्सा इतने से भी शांत नहीं हुआ. एकजुट होकर व्यवसायियों ने मेन रोड में विरोध मार्च भी निकाला.
इस दौरान झारखंड चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष कुणाल अजमानी ने BNN BHARAT से बातचीत में कहा कि हाल के दिनों में राजधानी रांची समेत राज्यभर में आपराधिक घटनाओं में इजाफा हुआ है. गहना घर गोली कांड के सात दिन गुजर गए हैं लेकिन अबतक पुलिस इस घटना का उदभेदन कर पाने में सक्षम नहीं हो पाई है. अजमानी ने कहा कि घटना के विरोध में पिछले तीन दिनों से सभी व्यपारी काला बिल्ला लगा कर अपना व्यवसाय कर रहे हैं, लेकिन सरकार का कोई भी प्रतिनिधि बात तक करने नहीं आया. उन्होंने कहा कि आज की बन्दी को व्यवसायियों के साथ-साथ आम जनता का भी भरपूर सहयोग मिला है.
झारखंड चेम्बर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष दीपक मारू ने भी सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि सरकार की गलतियों के कारण झारखंड में लोकतंत्र की हत्या हो रही है. शांति से बिजनेस करनेवाला वर्ग आज मजबूर होकर सड़क पर उतरा है. उन्होंने कहा कि सरकार तक अपनी बातों को पहुंचाने के लिए उन्हें विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है.
रांची के अन्य व्यवसायियों ने भी पुलिस की कार्यशैली पर अपनी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि पुलिस की नाकामी के कारण त्योहार के इस सीजन में उन्हें अपनी दुकानें बंद करनी पड़ रही है. यह बहुत ही चिंताजनक स्थिति है. पिछले पांच छह महीने से अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. सरकार और प्रशासन मौन है.
बन्द को झारखंड थोक विक्रेता संघ, महुआ व्यवसायिक संघ, क्रशर एसोसिएशन, पंजाबी हिंदू बिरादरी, रांची सराफा एसोसिएशन और रांची गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन समेत अन्य संगठनों का समर्थन मिला.