भारत की जनसंख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. इस जनसंख्या की वजह से बेरोजगारी, मंदी, गरीबी, प्रदूषण जैसी समस्याएं फैल रही हैं. बढ़ती जनसंख्या का असर भारत की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है. ऐसे में जरूरी हो गया हैं कि देश की बढ़ी जनसंख्या पर रोक लगाया जाए. हालांकि इस बढ़ती जनसंख्या को कम करने के लिए सरकार कई सारे तरीके निकाल रही है. विज्ञापनों के माध्यम से हमेशा लोगों के बीच जागरूकता फैलाती दिखाई देती है. समस्या यह है कि हमारे भारत के लोग देश से ज्यादा अपने बारे में सोचते हैं. जब तक उन्हें कोई लालच नहीं दिया जाए या सख्ती से नियम नहीं बनाया जाए, तब तक वो जनहित के बारे में सोचते ही नहीं हैं.
अक्सर आपने ‘हम दो हमारे दो’ लोगों को कहते सुना होगा, लेकिन भारत के लोग सिर्फ कहते हैं ऐसा करते नहीं हैं. बहुत कम लोग हैं जो इस बात को मानते हैं. ऐसे में इस स्लोगन को न मानने वालों को सरकार उन्हें तरह-तरह की स्कीम का लालच भी देती हैं. कई ऐसी योजनाएं हैं जिनका तीन से ज्यादा बच्चे वाले माता-पिता को लाभ नहीं मिलता हैं. ऐसे में भारत के इस राज्य ने एक बड़ा कदम उठाया है. असम सरकार ने नया नियम लागू किया है. अगर वहां के लोग दो से अधिक बच्चे करते हैं तो उन्हें सरकारी नौकरी नही मिलेगी.
गौरतलब हैं कि भारत में सरकारी नौकरी को लेकर लोग बड़े दीवाने से रहते हैं. इसे पाने के लिए वह किसी भी हद तक जा सकते हैं. भारत में ज्यादा अधिक पढ़े लिखे लोग भी छोटे पद वाली सरकारी नौकरी जैसे चपरासी पद के लिए परीक्षा दे देते हैं. कुछ लोगों के लिए सरकारी नौकरी से बढ़कर कुछ नहीं होता है. ऐसे में अगर कोई भी 2 बच्चों से अधिक करता है तो उसे सरकारी नौकरी न देने का फैसला बिल्कुल सही है. इससे भारत की पॉपुलेशन थोड़ी कम होगी.