उत्तर प्रदेश: धनतेरस के दिन उत्तर प्रदेश की बेटियों को योगी सरकार ने बड़ी सौगात दी है. राज्य में बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करने के लिए एक अति महत्वाकांक्षी योजना शुरू की गई है. जिसके तहत 3 लाख से कम वार्षिक आय वाले परिवारों को बेटियों के पैदा होने और उनकी शिक्षा के लिए सरकार की ओर से पैसा दिया जाएगा. राजधानी लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ की शुरुआत किया. साथ ही करीब 500 बालिकाओं को पंजीकरण पत्र प्रदान किया. इन बच्चियों के खाते में प्रोत्साहन राशि तत्काल ट्रांसफर भी की जाएगी.
‘कन्या सुमंगला योजना’ एक तरह से बेटियों के लिए सुरक्षा कवच के रूप में काम करेगी. इस योजना के तहत बेटी के पैदा होने से लेकर उसकी पढ़ाई, उच्च शिक्षा तक आर्थिक मदद इस योजना के तहत दी जाएगी. 2019-20 के बजट में योगी सरकार ने ‘कन्या सुमंगला योजना’ के तहत 1200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था. महिला कल्याण विभाग की प्रमुख सचिव मोनिका एस गर्ग के मुताबिक, ‘कन्या सुमंगला योजना’ के तहत अब तक दो लाख से अधिक पंजीकरण ऑनलाइन हो चुके हैं. जबकि 3.50 लाख पंजीकरण ऑफलाइन हुए हैं.
‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला’ योजना की पात्रता
- परिवार की वार्षिक आय अधिकतम तीन लाख रुपये तक ही होनी चाहिए.
- उत्तर प्रदेश का स्थायी निवास प्रमाण पत्र होना चाहिए.
- परिवार की अधिकतम दो बेटियों को इस योजना का लाभ मिलेगा.
बेटियों को कब कितनी धनराशि मिलेगी
- बेटी के जन्म पर 2000 रुपये मिलेंगे.
- एक साल तक पूर्ण टीकाकरण के बाद 1000 रुपये मिलेंगे.
- कक्षा एक में दाखिला के बाद 2000 रुपये मिलेंगे.
- छठी क्लास में प्रवेश के बाद 2000 रुपये मिलेंगे.
- 9वीं क्लास में दाखिला के बाद 3000 रुपये मिलेंगे.
- इंटर के बाद स्नातक या फिर दो वर्षीय या अधिक अवधि के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश के समय 5000 रुपये मिलेंगे.