रांची: प्रख्यात मजदूर नेता सह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय उप महासचिव गुरुदास दासगुप्ता के निधन पर राज्य परिषद ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी है. उनके सम्मान में राज्य पार्टी कार्यालय का झंडा झुका दिया गया है. इस संबंध में पार्टी के राज्य सचिव भुवनेश्वर प्रसाद मेहता एवं कार्यालय सचिव अजय सिंह ने शोक संवेदना व्यक्त की है.
राज्य सचिव मेहता ने कहा कि 83 वर्षीय कामरेड दासगुप्ता पार्टी के अगली कतार के नेताओं में थे. उनके पास संसदीय राजनीति का समृद्ध अनुभव था, क्योंकि वे दो बार लोकसभा और तीन बार राज्यसभा के लिए चुने गए. साथ ही वे मजदूर आन्दोलन के लिए समर्पित रहे.
उन्होंने कहा कि गुरुदास दासगुप्ता की पीढ़ी के मजदूर नेताओ के प्रयास से ही कोयला, बैंक का राष्ट्रीयकरण संभव हुआ था. इसके लिए इनलोगों ने लम्बी लड़ाई लड़ी थी. साथ ही जमींदारी प्रथा के उन्मूलन में भी इनलोगों का योगदान रहा है.
उन्होंने बताया कि कामरेड दास गुप्ता का जन्म बारीसाल में हुआ था. वे अपने छात्र काल से कम्युनिस्ट आंदोलन से प्रभावित हुए और इस राजनीति को समृद्ध करने में निरन्तर जुटे रहे. वाम आंदोलन को मजबूत करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा.
मेहता ने कहा कि उनके निधन को लेकर पूरे राज्य में पार्टी द्वारा शोकसभाओ का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि वे पार्टी ही नहीं, पूरे वाम आंदोलन के लिए याद किये जायेंगे और पूंजीवाद, खासकर लम्पट पूंजीवाद के सख्त विरोधी थे.