जितनारायण शर्मा,
गोड्डा: सुरेंद्र मोहन केसरी अन्न जल त्याग करके अनिश्चितकालीन अनशन पर जा रहे हैं. सरकार अगर मांग को पूरा नहीं करती है तो राजमहल परियोजना से एक छटक कोयला बाहर नहीं जाएगा. इसके लिए आंदोलन करने को लेकर मजबूर हो जाएंगे.
सुरेंद्र मोहन केसरी के द्वारा परियोजना को लिखित आवेदन दिया गया था, जिसपर कोई आश्वासन नहीं दिया गया. वे 1.11.2019 को मुख्य प्रबंधक कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन आमरण अनशन (अन्न,जल का त्याग ) करेंगे जिसकी सारी जवाबदेही भारत सरकार एवं झारखंड सरकार की होगी.
मुख्य मांग:-
- प्रस्तावित पीरपैंती गोड्डा देवघर रेल लाइन निर्माण कार्य को अति शीघ्र प्रारंभ किया जाए.
- रेल का परिचालन सुनिश्चित किया जाए.