मुजफ्फरनगर: एनसीआर में आने वाले मुजफ्फरनगर जनपद में ईंट भट्ठों की संख्या 333 है. अन्य जनपदों की तरह यहां भी ईंट भट्ठों का संचालन जिगजैग तकनीक से होना है. इस तकनीक से ईंधन की कम खपत होती है और प्रदूषण भी कम होता है. जनपद में ईंट भट्ठों को जून 2018 तक नई तकनीक में कनवर्ट किया जाना था. ज्यादातर भट्ठों को जिगजैग तकनीक में तब्दील कर दिया गया, लेकिन करीब 40 भट्ठे पुरानी तकनीक से ही चलते पाए गए.
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने जांच की तो इन भट्ठों का संचालन होता मिला. सभी 40 भट्ठों पर करीब 80 लाख रुपये के जुर्माने की संस्तुति की गई है.
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी विवेक राय ने बताया कि जून 2018 के बाद भट्ठों का संचालन जिगजैग तकनीक से ही होना था. जो भट्ठे पुरानी तकनीक से चलते मिले उन पर प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना लगाने की संस्तुति की गई है. किसी भट्ठे पर एक लाख तो किसी पर डेढ़ लाख का जुर्माना किया गया है. कुछ पर दो से ढ़ाई लाख रुपये का भी जुर्माना हुआ है. 40 भट्ठों पर औसतन 80 लाख रुपये के जुर्माने की संस्तुति भी बोर्ड कार्यालय को की गई है.