खास बातें:-
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कुशवाहा शिवपूजन मेहता के आजसू के आने के बाद अकील अख्तर भी थामेंगे आजसू का दामन
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आजसू को गठबंधन में मिल सकती हैं 10 से 11 सीटें, सुदेश ईचागढ़ से भी लड़ सकते हैं चुनाव
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भाजपा के खाते में जाएंगी लोहरदगा और चंदनकियारी सीट
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आजसू के खाते में आ सकती हैं सिल्ली, रामगढ़, बड़कागांव, टुंडी तमाड़, जुगसलाई, पाकुड़, हुसैनाबाद, डुमरी, गोमिया और ईचागढ़ सीट
रांचीः आजसू के खाते से लोहरदगा और चंदनकियारी सीट निकल सकती है. इसके बदले में आजसू को पाकुड़ और हुसैनाबाद सीट मिलेगी. हुसैनाबाद के वर्तमान विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता के आजसू में चले आने से उनकी इस सीट से दावेदारी मजबूत हो गई है. आजसू कुशवाहा शिवपूजन मेहता पर दांव लगा सकती है. वहीं पाकुड़ के कद्दावर नेता अकील अख्तर जल्द ही आजसू का दामन थामेंगे.
आजसू पाकुड़ से उन्हें खड़ा कर सकती है. एनडीए फोल्डर में आजसू को 10 से 11 सीट मिलने की संभावना है. जिसमें सिल्ली, रामगढ़, बड़कागांव, तमाड़, जुगसलाई, पाकुड़, टुंडी, हुसैनाबाद, डुमरी, गोमिया और ईचागढ़ शामिल हैं.
चंदनकियारी और लोहरदगा बीजेपी के खाते में-
एनडीए फोल्डर में चंदनकियारी और लोहरदगा बीजेपी के खाते में जाएगी. चंदनकियारी में भाजपा के सीटिंग विधायक अमर बाउरी हैं. ऐसे में आजसू के कद्दावर नेता उमाकांत रजक को नया आशियाना भी तलाशना पड़ सकता है. वहीं लोहरदगा से बीजेपी सुखदेव भगत पर दांव खेल सकती है. हाल ही में सुखदेव भगत ने बीजेपी का दामन थामा है.
पिछले चुनाव में आजसू को आठ सीट मिली थी-
पिछले विधानसभा चुनाव में आजसू को आठ सीटें मिली थी. जिसमें सिल्ली, रामगढ़, बड़कागांव, तमाड़, जुगसलाई, लोहरदगा, टुंडी और चंदनकियारी सीट शामिल थी. हालांकि इस बार दो सीटों का इजाफा हुआ है. अगर सुदेश महतो सिल्ली के अलावा दूसरे जगह से भी चुनाव लड़ना चाहते हैं तो उनकी ईच्छा पर ईचागढ़ सीट आजसू के खाते में आने की संभावना है. गोमिया उपचुनाव में आजसू के बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए यह सीट भी आजसू के खाते में जा सकती है. डुमरी में लोकसभा चुनाव में मिली बढ़त के कारण यह सीट आजसू को मिल सकती है.