अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद पुलिस ने सोशल मीडिया यूजर्स को एहतियात बरतने की चेतावनी दी गयी है. पुलिस ने कहा कि यूजर्स को वाट्सऐप ग्रुप की सेटिंग बदलने देनी चाहिए. इतना ही नहीं पुलिस ने आपत्तिजनक पोस्ट का प्रचार रोकने के लिए इन समूहों की सेटिंग इस तरह की जा सकती है कि केवल एडमिन ही संबंधित ग्रुप में सन्देश भेज सकें.
जानकारी के मुताबिक अपराध निरोधक शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अमरेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया पर जारी परामर्श में कहा, “अयोध्या फैसले के मद्देनजर शांति व्यवस्था कायम रखने हेतु सभी वाट्सऐप ग्रुप के एडमिन को सूचित किया जाता है कि वे अगले कुछ दिनों तक अपने-अपने ग्रुप के सदस्यों को किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट ना करने की हिदायत दें.
इसके साथ ही उन्हें ये भी कहा कि ग्रुप में होने वाली किसी भी गलत पोस्ट के लिए एडमिन भी जिम्मेदार होंगे.” एएसपी ने कहा, “इस सिलसिले में यह भी बेहतर विकल्प होगा कि कुछ दिनों के लिये वाट्सऐप ग्रुप की सेटिंग इस तरह की जाए. जिससे सिर्फ एडमिन ही संबंधित समूह में सन्देश भेज सकें.”
बहरहाल, सोशल मीडिया यूजर्स ने बताया कि पुलिस की इस हिदायत से पहले ही शहर में कई वाट्सऐप ग्रुप के एडमिन सचेत हो गए थे. एडमिन ने अयोध्या मामले में शीर्ष अदालत के फैसले से कई घंटों पहले ही अपने ग्रुप की सेटिंग बदलकर इस तरह कर दी थी कि केवल वे ही अपने समूह में ही सन्देश भेज सकें.
जानकारी के मुताबिक अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले को ध्यान में रखते हुए राजस्थान के कई जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को शनिवार को बंद कर दिया गया. जयपुर संभाग के आयुक्त के सी वर्मा ने बताया कि जयपुर, अलवर एवं सीकर जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवा को एहतियातन 24 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है.