रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के पूर्व विधायक अकील अख्तर ने आज पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देकर आजसू पार्टी का दामन थाम लिया.
आजसू पार्टी के अध्यक्ष सुदेश महतो ने इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर अभी भी बातचीत का सिलसिला जारी है. उन्होंने कहा कि जब तक भाजपा की ओर से गठबंधन को लेकर आधिकारिक बयान नहीं दिया जाता है तब तक उनकी पार्टी की ओर से भी इस संबंध में कुछ नहीं कहा जा सकता. उन्होंने कहा कि जैसे ही भाजपा की ओर से आधिकारिक बयान आएगा पार्टी की ओर से भी स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी. उन्होंने लोहरदगा में भाजपा की ओर से सुखदेव भगत को उम्मीदवार बनाए जाने के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि हुसैनाबाद और छतरपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से भी आजसू पार्टी की ओर से नामांकन दाखिल कराया गया है.
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इस मौके पर पाकुड़ जिले से आये झारखंड मुक्ति मोर्चा के कई कार्यकर्ताओं और नेताओं तथा पदाधिकारियों ने भी आजसू पार्टी की सदस्यता ली. गौरतलब है कि पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 2009 में झारखंड मुक्ति मोर्चा टिकट पर अकील अख्तर चुनाव जीते थे और पिछले विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था लेकिन काफी कम मतों के अंतर से वे कांग्रेस के आलमगीर आलम से चुनाव हार गए थे. इस बार के चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो जाने के कारण झारखंड मुक्ति मोर्चा ने यह सीट कांग्रेस के लिए छोड़ दी है जिससे नाराज अकील अख्तर ने यह कदम उठाया है.