लखनऊ में स्थित प्रेस क्लब में बुधवार को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने मीडिया से बातचीत की है. इस दौरान अयोध्या मामले पर यूपी मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की संयोजिका डॉ शबाना आजंमी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में जो 5 एकड़ जमीन मुसलमानों को देने के लिए कहा है, उस पर विश्वविद्यालय का निर्माण होना चाहिए. उन्होंने कहा कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ये चाहता है कि मस्जिद के लिये मिले 5 एकड़ जमीन पर पैगाम-ए-अमन और हुव्बुल वतनी विश्ववविद्यालय का निर्माण हो, जिससे कि अल्पसंख्यक समुदाय के गरीब बच्चों को शिक्षा मिल सके.
उन्होंने कहा कि सरकार ट्रस्ट बनाकर मस्जिद के नाम पर जमीन दे और इस ट्रस्ट में सभी मुस्लिम वर्ग, फिरकों का विशेष प्रतिनिधित्व हो. मस्जिद और विश्ववविद्यालय के नाम पर दी जाने वाली जमीन अयोध्या लखनऊ राज्यमार्ग पर हो. वहीं, अयोध्या मामले पर मुस्लिम पक्षाकार की वकालत पर सवाल उठाते हुए कहा कि न्यायमूर्ति सुधार अग्रवाल ने जो बात कही है कि मुस्लिम पक्ष सबूत देने में असफल रहा, जिसके बाद हम ये मानते है कि जिलानी साहब की वकालत हारी है.
बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी और असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर डॉ शबाना ने कहा कि तथाकथित लोग मुसलमानों को भड़काने के साथ सुप्रीम कोर्ट की अवमानना व दंगे भड़काने और देश को अशांति की ओर ले जाना चाहते है. उन्होंने ये भी कहा है कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच इन मांगो को लेकर प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपेगा.