रांची: राज्य के मुख्य सचिव डी के तिवारी ने कहा है कि अगले 1 से 2 वर्षों में झारखंड से नक्सलवाद का सफाया हो जाएगा. उन्होंने कहा कि हाल के कुछ वर्षों में पुलिस की रणनीति से नक्सली वारदात में कमी आई है. मुख्य सचिव ने आज रांची के डोरंडा स्थित जैप वन ग्राउंड में झारखंड राज्य स्थापना दिवस परेड सह अलंकरण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि चार-पांच वर्षों में 24 सौ नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया. इनके पास से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटों को का जखीरा भी पुलिस ने बरामद किया है.
नक्सलियों के पास से पांच करोड़ रुपए से अधिक की लेवी की राशि भी जब्त की गई है. मुख्य सचिव ने कहा कि झारखंड पुलिस के रुख में व्यापक बदलाव हुआ है. आक्रामक रवैया के तहत अपराधिक तत्वों पर कारवाई हो रही है. उन्होंने कहा कि नक्सलियों का उनके गढ़ से धीरे-धीरे सफाया हो रहा है. अगले 2 वर्षों में झारखंड से उग्रवादियों का सफाया हो जाएगा. मुख्य सचिव ने कहा कि पुलिस आधुनिकीकरण की जरुरत है. इसके अलावा पुलिस को सोशल इमेज और बेहतर करने की जरुरत. उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों की तुलना में अनुसंधान के परिणाम को और सुधारने की जरूरत है. पुलिस आधुनिकीकरण पर जोर दिया जा रहा है. आने वाले कुछ समय में लोगों को पुलिस का नया रूप देखने को मिलेगा.
नक्सली वारदात में कमी आई, निवेश को मिल रहा बढ़ावा-डीजीपी
इस अवसर पर राज्य के पुलिस महानिदेशक कमल चौबे ने कहा कि झारखंड पुलिस ने अपने वजूद के लगभग दो दशक के चुनौतीपूर्ण सफर को पूरा किया है. उन्होंने कहा कि यह सफर आसान नहीं था. लेकिन सब के सहयोग से आज हम गौरव पूर्ण स्थिति में हैं. उन्होंने कहा कि सरकार और समाज के सहयोग से आज परिस्थितियों में बदलाव आया है. पुलिस की तत्परता से रात में भी लोग हाईवे पर आसानी से एक दूसरे स्थानों पर आना जाना कर रहे हैं. पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है. विधि व्यवस्था में सुधार होने के कारण सरकारी और निजी निवेश में भी वृद्धि हो रही है.
अलंकरण समारोह में मुख सचिव डी के तिवारी ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया. इस मौके पर विशिष्ट सेवा के लिए तीन पुलिस पदाधिकारियों को राज्यपाल पदक, 30 पुलिस कर्मियों को वीरता के लिए झारखंड मुख्यमंत्री पदक और सत्ताईस पुलिस कर्मियों को सराहनीय सेवा के लिए झारखंड पुलिस पदक से सम्मानित किया गया.