नई दिल्ली: अतिरिक्त आपूर्ति, कमजोर मांग और उच्च लागत की वजह से सोमवार को टाटा स्टील ने बड़ा बयान दिया है. कंपनी 3,000 से अधिक लोगों को नौकरी से निकालने की योजना बना रही है.
जानकारी के अनुसार, यूरोप के ऑफिस से कंपनी कर्मचारियों को बाहर निकालेगी. इस संदर्भ में रॉयटर्स को एक अधिकारी ने कहा कि टाटा समूह के यूरोपीय मुख्य कार्यकारी हेनरिक एडम ने कि कहा था कि जल्द कंपनी यूरोपीय व्यापार में नौकरी में कटौती कर सकती है. तब कंपनी द्वारा इसके आंकड़े जारी नहीं किए गए थे कि वो कितने कर्मचारियों की छंटनी करेगी.
मामले में टाटा ने कहा है कि कंपनी की योजना है कि वो बिक्री बढ़ाकर और यूरोपीय कारोबार में 3,000 कर्मचारियों की छंटनी करके प्रदर्शन में सुधार करेगी. इसमें से दो-तिहाई कर्मचारी कार्यालय आधारित काम करने वाले होंगे.
इससे पहले जून माह में भारतीय कंपनी टाटा स्टील ने यूरोपीय कारोबार को बेहतर करने के लिए एक प्रवर्तन कार्यक्रम की शुरुआत की थी. इस कार्यक्रम में टाटा ने नीदरलैंड और वेल्स में स्टील निर्माण शुरू किया था.
टाटा ने कहा है कि छंटनी का कारण केवल अतिरिक्त आपूर्ति, कमजोर मांग और उच्च लागत है. कंपनी किसी कार्यालय को बंद नहीं करेगी. इसका उद्देश्य सिर्फ टाटा स्टील यूरोप के कारोबार को बढ़ाना है और मार्च 2021 तक मुनाफा कमाना है.
बता दें कि अप्रैल 2019 को शुरू वित्त वर्ष के शुरुआती छह महीनों में टाटा स्टील यूरोप के एबिटडा में 90 फीसदी की कमी आई है.