गुड़िया/अरबाज
चतरा: झारखंड में अगर आजसू पार्टी की सरकार बनी तो यहां के पिछड़ों, दलित तथा आदिवासियों को 73 फीसद आरक्षण दिया जाएगा. विधानसभा की यह लड़ाई राजा और रंक के बीच है. जिसे अंजाम तक पहुंचाना है. मुख्यमंत्री ने 24 घंटा बिजली देने की बात कही थी. लेकिन गांव में बत्ती गुल है. अब किस मुंह से रघुवर दास वोट मांगेंगे.
यह बात आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने मंगलवार को सिमरिया में आयोजित नामांकन रैली को संबोधित करते हुए कही. आजसू सुप्रीमो सिमरिया से पार्टी के प्रत्याशी मनोज चंद्रा के पक्ष में चुनावी रैली को संबोधित करने आए थे. उन्होंने कहा कि सत्ता के लिए लालायित रहने वाले लोग मुझे औकात दिखाने की बात करते हैं. ऐसे लोगों को झारखंड की जनता चुनाव में औकात दिखाएगी.
सुदेश महतो ने कहा कि इस बार आजसू बड़ी लड़ाई लड़ने के लिए चुनावी मैदान में उतरी है. गठबंधन और समझौतों की राजनीति को तिलांजलि देकर जनता के बल पर चुनाव के अखाड़े में आई है. क्योंकि आजसू पार्टी की ताकत गांव की जनता है. सुदेश महतो ने झारखंड के गांव की बदहाली के लिए सीधे-सीधे भाजपा की सरकार को जिम्मेदार ठहराया. बड़े-बड़े औद्योगिक क्षेत्रों पर बाहरी लोगों का कब्जा है. ऐसी स्थिति से झारखंड को मुक्त करना है. लेकिन यह तभी संभव है जब झारखंड में आजसू का नेतृत्व स्थापित हो.
आजसू सुप्रीमो ने कहा कि सरकार की बागडोर आजसू पार्टी के हाथ में आने के बाद झारखंड में कई बदलाव किए जाएंगे. योजनाओं के क्रियान्वयन का अधिकार गांव की चौपाल को दिया जाएगा. सुदेश महतो ने ग्रेजुएट बेरोजगारों को पांच वर्ष तक 21 सौ रुपया प्रतिमाह भत्ता देने के साथ पारा टीचर एवं सहिया दीदियों को उचित वेतन देने की भी बात कही.
पार्टी के प्रत्याशी मनोज चंद्रा ने कहा कि सिमरिया विधानसभा क्षेत्र की जनता एक बार उन पर विश्वास जताकर देखें. जनता के विश्वास को कभी टूटने नहीं दूंगा. सेवक बनकर क्षेत्र की सेवा करूंगा. विधायक बनने के बाद उनके पिता रामचंद्र राम ने सिमरिया विधानसभा क्षेत्र में विकास का जो काम किया है. उन कामों को आगे बढ़ाया जाएगा.
नामांकन रैली के दौरान दर्जनों लोगों ने मंच पर सुदेश महतो की उपस्थिति में आजसू पार्टी का दामन थामा.