रांची: झारखंड के लातेहार जिले के चंदवा थाना क्षेत्र में शुक्रवार की रात पुलिस और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. इस घटना में चंदवा थाना के पदस्थापित दरोगा सुकरा उरांव समेत चार जवान शहीद हो गये.
मिली जानकारी के अनुसार, रात्रि गश्ती में निकली पीसीआर वैन को नजदीक से टारगेट कर उग्रवादियों ने फायरिंग कर दी. जब तक पुलिस पार्टी कुछ समझ पाती तब तक दरोगा, चालक और जवानों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी गयी.
बता दें कि एएसआई सुकरा उरांव, चालक यमुना प्रसाद, जवान, सिकंदर सिंह गोली लगने के बाद घटनास्थल पर ही सभी शहीद हो गये. जबकि शम्भू प्रसाद गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें 8 गोलियां लगी थी, उनकी गंभीरता को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए रांची रिम्स रेफर किया गया था. लेकिन उन्होंने रास्ते (चान्हो) में ही अपना दम तोड़ दिया.
वहीं एक अन्य जवान दिनेश राम फायरिंग से कुछ देर पहले ही गाड़ी से उतरकर लघुशंका के लिए बाहर गए थे. गोली चलने की आवाज सुनकर उन्होंने छुपकर अपनी जान बचायी.
फायरिंग की सूचना मिलने के बाद सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट रविशंकर सिंह और चंदवा थाना प्रभारी मोहन पांडेय जवानों के साथ घटनास्थल पहुंचे और जवाबी फायरिंग की.
वहीं थाना से महज दो किमी की दूरी पर हुई फायरिंग से ग्रामीणों में काफी दहशत व्याप्त है. फायरिंग की आवाज सुनकर ग्रामीण अपने घरों में दुबके हुए हैं.
फायरिंग के दौरान आवागमन बंद कर दिया गया था. घटनास्थल पर सभी लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दिया गया था.
वहीं बीडीओ अरविंद कुमार, सीओ मुमताज अंसारी, राजकुमार पाठक आदि घटना की सूचना पाकर हॉस्पिटल पहुंचे.
मुख्यालय में दी गयी श्रद्धांजलि-
बता दें कि शहीद हुए चार जवानों को लातेहार मुख्यालय में श्रद्धांजलि अर्पित किया गया. डीजीपी केएन चौबे, लातेहार पुलिस अधीक्षक प्रशांत आनंद एवं अन्य अधिकारी के द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित किया गया.