हजारीबाग: एआईएआईएम के सदर विधानसभा प्रत्याशी नदीम खान ने बाबर कुरैशी के उस बयान को निराधार बताते हुए सिरे से खारिज किया जिसमें बाबर कुरैशी ने कहा है कि झारखंड में एआईएमआईएम के टिकट का बंटवारा पैसे के बल पर किया गया है और कहा कि जिस व्यक्ति को समाज से कभी कोई सरोकार नहीं रहा हो आज किसी एक समुदाय विशेष के ऊपर जबरन मुसलमानों का रहनुमाई की बात करते हैं.
सुनकर बहुत अजीब लगता है यह बड़ा ही हास्यास्पद विषय है बल्कि बाबर कुरैशी को अपने गिरेबान में झांक कर देखने की जरूरत है कि जिस समुदाय विशेष की वह बात करते हैं उसके लिए आज तक उन्होंने कौन सा काम कर दिखाया है.
सिर्फ अपने विवादास्पद बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले बाबर कुरैशी एक तरह से देखा जाए तो यह सिर्फ एक फेसबुकिया हीरो है और इनका काम ही है सिर्फ अपने विवादास्पद बयानों को लेकर चर्चा में रहना. आज बाबर कुरेशी एआईएमआईएम पार्टी से चुनाव लड़ने की बात करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी तक को गलत बताने वाले आखिर किस विचारधारा के हैं जिसने कभी एआईएमआईएम का सदस्यता तक नहीं ग्रहण किया आज वह इस पार्टी से चुनाव लड़ने की बात करता है और पार्टी के एक समर्पित कार्यकर्ता के चुनाव लड़ने पर बेतुके बयानबाजी करता है.
यह सब कुछ और नहीं सिर्फ मुस्लिम समुदाय के मतों के विभाजन का मामला है यह किसी भी प्रकार से मुसलमानों के मतों को बर्बाद कर देना है जब कि हमने यह दावा किया है कि हमें सिर्फ किसी एक जाति विशेष का मत नहीं मिल रहा बल्कि हमें सभी वर्ग के लोगों का समर्थन लगातार मिल रहा है और हम सामाजिक समरसता को कायम रखते हुए एक सभ्य समाज का निर्माण करने की जरूरत है. निश्चित तौर पर मैं यह कहना चाहता हूं कि बाबर कुरैशी ने पैसे लेकर मुस्लिम वोटों के बिखराव का ठेका ले लिया है. जनता यह सब देख रही है और निश्चित रूप से वह सही निर्णय के साथ अपना फैसला लेगी.