आशका
रांची: स्वच्छ भारत अभियान का नारा हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का है. कई लोगों ने इसे जिम्मेदारी समझकर अपनाया. अमल भी किया. हालांकि कुछ लोगों ने इस अभियान को अपने घरों तक ही सीमित रखा. इसके कारण राजधानी कचरे पर खड़ी नजर आ रही है. मेन रोड में जगह -जगह पर कचरों का अंबार लगा है. नियमित साफ-सफाई नहीं होने से रोड में कूड़े भरे हुए है. सड़क-मोहल्ले की बात करें तो वहां कचरे के ढे़र से सामना होना आम बात हो गई है.
राजधानी में जगह-जगह लगे कूड़े के ढे़र नगर निगम की कार्यशैली की पोल खोलती है. यह तस्वीर और व्यवस्था पर भी सवाल खड़ी कर रही है. स्वच्छता ही सेवा है के बड़े-बड़े होर्डिंग और बैनर लगाकर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने वाला नगर निगम खुद शहर की सफाई में रूचि नहीं दिखा रहा है. यही कारण है कि शहर की अधिकांश सड़कों पर कूड़े का ढे़र लगा हुआ है. शहर की सड़कों पर जहां कूड़े का ढे़र लगा है, वहीं गलियों और मोहल्ले की भी स्थिति बदतर है.
लोगों का कहना है कि नगर निगम के सफाईकर्मी कई हफ्तों के अंतराल में कूड़ा उठाते हैं. मेन रोड से लेकर पुरुलिया रोड तक की लगभग हर गलियों की स्थिति ऐसी ही है. कई जगहों पर तो खाली जमीन डम्पिंग यार्ड बन गई है.