कर्मवीर,
रांची: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि झारखंड समेत देश के अन्य राज्यों में भाजपा और उसके सहयोगी दलों में भगदड़ मची हुई है. झारखंड में भाजपा की सहयोगी जदयू और लोक जनशक्ति पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ रही है. इसी तरह महाराष्ट्र में शिवसेना भाजपा के खिलाफ हो गई है.
भाजपा की ऐसी स्थिति हो गई है कि सहयोगी दल तो ताल ठोक ही रहे हैं. मुख्यमंत्री रघुवर दास के कैबिनेट मंत्री सरयू राय खुद मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ रहे. हैं.
बघेल गुरुवार को रांची स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पहले चरण के तहत जिन 13 विधानसभा सीटों पर 30 नवंबर को मतदान होंगे उन सभी सीटों पर कांग्रेस और महागठबंधन के उम्मीदवार के पक्ष में नतीजे आएंगे.
देशभर में जनता का बदल रहा मूड-
बघेल ने कहा कि देशभर में जनता का मूड बदल रहा है. झारखंड में भी कांग्रेस और महागठबंधन के पक्ष में मतदाता आ रहे हैं. झारखंड में 5 साल तक लगातार रघुवर दास ने शासन किया, लेकिन आम जनता को कुछ हासिल नहीं हुआ. किसान अभी भी 12 सौ से 13 सौ रुपये प्रति क्विंटल अनाज बेचने को मजबूर है.
वहीं सरकार कहती है कि किसानों की आय को दोगुना किया जा रहा है. रघुवर सरकार हर क्षेत्र में नाकाम रही है. देश में बड़े-बड़े बैंकों का विलय किया जा रहा है, वहीं झारखंड में लैंड बैंक बनाया जा रहा है.
इससे साफ नजर आ रहा है कि केंद्र और राज्य सरकार की नजर अब झारखंड की जमीन पर है. सरकार झारखंड के खनिज, जंगल और जमीन को लूट रही है. यहां की जनता असुरक्षित माहौल में जी रही है. थाने में महिला कर्मी ही सुरक्षित नहीं है.
महाराष्ट्र में गठबंधन की सरकार के सवाल पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत काम करेगी.
वहीं एक प्रश्न के उत्तर में भूपेश बघेल ने कहा कि महाराष्ट्र में न्यूनतम साझा कार्यक्रम के आधार पर सरकार गठन का निर्णय लिया गया है और भविष्य में सारी बातें तय हो जाएगी.