रांचीः झारखंड के चुनावी बयार में पूरा प्रदेश फोटोजेनिक फेस, पोस्टर, बैनर की जबरदस्त मुस्कुराहट से पट गया है. आमलोगों से लेकर वीवीआइपी तक इस बयार में घुल-मिल गए हैं.
हालांकि यह बयार किस ओर रूख करेगी, इसका पता 23 दिसंबर को ही चल पाएगा. लेकिन जो नेता झारखंड के मौजूदा हालात का रूख मोड़ने के लिए चुनावी अखाड़े में ताल ठोंक रहे हैं, उनके चेहरे पर भी कोई शिकन तक नहीं. हर कोई दावा कर रहा है कि हवा का रूख हम ही मोड़ेंगे.
पूरे झारखंड में ताल ठोंकने वालों के फोटोजेनिक फेस और मुस्कुराहट हर जगह दिखाई पड़ रही है. गली-मुहल्लों से लेकर चौक-चौराहों तक. कहीं बड़ा तो कहीं छोटा. पोस्टर बैनर में गजब की मुस्कुराहट.. बस यूं कहिए… तुम इतना क्यों मुस्कुरा रहे हो…. क्या गम है जिसको छिपा रहे हो….
बयार में छुपी है चुभन और टीस
इस बयार में ताल ठोंकने वालों के चेहरे पर कोई शिकन तो नहीं दिख रही, लेकिन सूबे की रहबरी के लिए इस बयार में टीस भी है और चुभन भी.
हाल यह है कि प्याज शतक पार हो गया है. अब तो आंखों से आंसू भी नहीं निकल पा रहे. घर की रसोई में प्याज गायब है. बजट गड़बड़ा गया है.
जनता सब समझती सब देखती है और आज मध्यम वर्गीय लोग इस बात को भली भांति समझ रही की इसकी जिम्मेवारी लेने वाला कोई परफेक्ट नजर नहीं आ रहा. बहरहाल ताल ठोंकने वाले कितना भी मुस्कुरा लें, रहबरी जो चाहेगी वही होगा.
बतातें चले की ये वहीं प्याज है जिसने 2004 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार को गिरा दिया था.
मुस्कुराहट से लगता है कितना खुशहाल है झारखंड
गली-मुहल्लों, चौक-चौराहों पर पटा पोस्टर और उस पर मुस्कुराता हुआ फोटोजेनिक फेस देखकर लगता है कि झारखंड काफी खुशहाल हो गया.
हर पोस्टर बैनर में फोटोजेनिक फेस के साथ विकास की बातें. सूबे की रहबरी यह भी जानती है कि पिछले 19 साल में 24 घंटे बिजली नहीं पहुंची. बरसात में भी कंठ प्यासे रह जा रहे हैं. रोजगार के आश्वासन पर हजारों बेरोजगार बैठे हैं.
कर्मचारियों की बात को दूर अफसरों को पेंशन के लिए चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. फिर भी ताल ठोंकने वालों के चेहरे में गजब की मुस्कुराहट है.
सोशल मीडिया भी इस बयार में है शामिल
शहरों में लगाये गये होर्डिंग्स से भी विकास की बातों के जरिये मतदाताओं को रिझाने की कोशिश की गयी है.
इतना ही नहीं आईटी सेल की तरफ से प्रचार सामग्रियों की गजब की डिजाइनिंग भी की गई है.
सोशल साइट में भी कई हैज टैग के जरिये प्रचार प्रसार किया जा रहा है. ट्वीट वार भी जारी है. अब ये देखना दिलचस्प होगा की किसकी मुस्कुराहट बरकरार रहती है और किसकी बेकार जाती है.